11. और जब जब वह सन्दूक लेवियों के हाथ से राजा के प्रधानों के पास पहुंचाया जाता और यह जान पड़ता था कि उस में रूपए बहुत हैं, तब तब राजा के प्रधान और महायाजक का नाइब आकर सन्दूक को खाली करते और तब उसे फिर उसके स्थान पर रख देते थे। उन्हों ने प्रतिदिन ऐसा किया और बहुत रूपए इट्ठा किए।
11. Now it came to pass, that at the time the chest was brought to the king's office by the hand of the Levites, and when they saw that [there was] much money, the king's scribe and the high priest's officer came and emptied the chest, and took it, and carried it to its place again. Thus they did day by day, and assembled money in abundance.