14. जब उन्हों ने वह काम निपटा दिया, तब वे शेष रूपए राजा और यहोयादा के पास ले गए, और उन से यहोवा के भवन के लिये पात्रा बनाए गए, अर्थात् सेवा टहल करने और होमबलि चढ़ाने के पात्रा और धूपदान आदि सोने चान्दी के पात्रा। और जब तक यहोयादा जीवित रहा, तब तक यहोवा के भवन में होमबलि नित्य चढ़ाए जाते थे।
14. And when they had finished it, they brought the rest of the siluer before the King and Iehoiada, and he made thereof vessels for the house of the Lord, euen vessels to minister, both morters and incense cuppes, and vessels of golde, and of siluer: and they offred burnt offrings in the house of the Lord continually all the dayes of Iehoiada.