9. तब उस ने अहज्याह को ढूंढ़ा। वह शोमरोन में छिपा था, सो लोगों ने उसको पकड़ लिया और येहू के पास पहुंचाकर उसको मार डाला। तब यह कहकर उसको मिट्टी दी, कि यह यहोशपात का पोता है, जो अपने पूरे मन से यहोवा की खोज करता था। और अहज्याह के घराने में राज्य करने के योग्य कोई न रहा।
9. And he seeketh Ahaziah, and they capture him, (and he is hiding himself in Samaria), and bring him in unto Jehu, and put him to death, and bury him, for they said, 'He [is] son of Jehoshaphat, who sought Jehovah with all his heart;' and there is none to the house of Ahaziah to retain power for the kingdom.