2. मैं ने तो अपनी शक्ति भर, अपने परमेश्वर के भवन के निमित्त सोने की वस्तुओं के लिये सोना, चान्दी की वस्तुओं के लिये चानी, पीतल की वस्तुओं के लिये पीतल, लोहे की वस्तुओं के लिये लोहा, और लकड़ी की वस्तुओं के लिये लकड़ी, और सुलैमानी पत्थर, और जड़ने के योग्य मणि, और पच्ची के काम के लिये रड़ग रड़ग के नग, और सब भांति के मणि और बहुत संगमर्मर इकट्ठा किया है।
2. I have given all that I have been able to give for the house of my God. I have given the gold for the things of gold, the silver for the things of silver, and the brass for the things of brass. I have given the iron for the things of iron, and the wood for the things of wood. I have given stones of much worth, stones for setting, silver-white stones, and stones of different colors. I have given all kinds of stones of much worth, and many smooth, special white stones.