26. उस ने उस से कहा, जब वह पुरूष इधर मुंह फेरकर तुझ से मिलने को अपने रथ पर से उतरा, तब वह पूरा हाल मुझे मालूम था; क्या यह समय चान्दी वा वस्त्रा वा जलपाई वा दाख की बारियां, भेड़- बकरियां, गायबैल और दास- दासी लेने का है?
26. And he said to him, Went not my heart {with thee}, when the man turned again from his chariot to meet thee? {Is it} a time to receive money, and to receive garments, and olive-yards, and vineyards, and sheep, and oxen, and men-servants, and maid-servants?