19. इसलिये कि तू वे बातें सुनकर दीन हुआ, और मेरी वे बातें सुनकर कि इस स्थान और इसके निवासियों को देखकर लोग चकित होंगे, और शप दिया करेंगे, तू ने यहोवा के साम्हने अपना सिर नवाया, और अपने वस्त्रा फाड़कर मेरे साम्हने रोया है, इस कारण मैं ने तेरी सुनी है, यहोवा की यही वाणी है।
19. Because thine heart did melt and thou meekedest thyself before me the LORD, when thou heardest what I spake against this place and the inhabiters of the same, how that it should be destroyed and made accursed: and tearest thy clothes and weepest before me: of that also I have heard sayeth the LORD.