50. दीपक और चिमटे, और चोखे सोने के तसले, कैंचियां, कटोरे, धूपदान, और करछे और भीतरवाला भवन जो परमपवित्रा स्थान कहलाता है, और भवन जो मन्दिर कहलाता है, दोनों के किवाड़ों के लिये सोने के कब्जे बने।
50. and the cups and the snuffers and the bowls and the spoons and the firepans, of pure gold; and the hinges both for the doors of the inner house, the most holy place, [and] for the doors of the house, [that is], of the nave, of gold.