10. प्रजा की गणना करने के बाद दाऊद का मन व्याकुल हुआ। और दाऊद ने यहोवा से कहा, यह काम जो मैं ने किया वह महापाप है। तो अब, हे यहोवा, अपने दास का अधर्म दूर कर; क्योंकि मुझ से बड़ी मूर्खता हुई है।
10. Afterward, however, David regretted having numbered the people, and said to the LORD: 'I have sinned grievously in what I have done. But now, LORD, forgive the guilt of your servant, for I have been very foolish.'