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1. पूरे दो बरस के बीतने पर फिरौन ने यह स्वप्न देखा, कि वह नील नदी के किनारे पर खड़ा है।
1. When Jacob learned that there was food in Egypt, he said to his sons, 'Why do you sit around here and look at one another?
2. और उस नदी में से सात सुन्दर और मोटी मोटी गायें निकलकर कछार की घास चरने लगीं।प्रेरितों के काम 7:12
2. I've heard that there is food in Egypt. Go down there and buy some so that we can survive and not starve to death.'
3. और, क्या देखा, कि उनके पीछे और सात गायें, जो कुरूप और दुर्बल हैं, नदी से निकली; और दूसरी गायों के निकट नदी के तट पर जा खड़ी हुई।
3. Ten of Joseph's brothers went down to Egypt to get food.
4. तब ये कुरूप और दुर्बल गायें उन सात सुन्दर और मोटी मोटी गायों को खा गई। तब फिरौन जाग उठा।
4. Jacob didn't send Joseph's brother Benjamin with them; he was afraid that something bad might happen to him.
5. और वह फिर सो गया और दूसरा स्वप्न देखा, कि एक डंठी में से सात मोटी और अच्छी अच्छी बालें निकलीं।प्रेरितों के काम 7:11
5. So Israel's sons joined everyone else that was going to Egypt to buy food, for Canaan, too, was hit hard by the famine.
6. और, क्या देखा, कि उनके पीछे सात बालें पतली और पुरवाई से मुरझाई हुई निकलीं।
6. Joseph was running the country; he was the one who gave out rations to all the people. When Joseph's brothers arrived, they treated him with honor, bowing to him.
7. और इन पतली बालों ने उन सातों मोटी और अन्न से भरी हुई बालों को निगल लिया। तब फिरौन जागा, और उसे मालूम हुआ कि यह स्वप्न ही था।
7. Joseph recognized them immediately, but treated them as strangers and spoke roughly to them. He said, 'Where do you come from?' 'From Canaan,' they said. 'We've come to buy food.'
8. भोर को फिरौन का मन व्याकुल हुआ; और उस ने मि के सब ज्योतिषियों, और पण्डितों को बुलवा भेजा; और उनको अपने स्वप्न बताएं; पर उन में से कोई भी उनका फल फिरौन से न कह सहा।
8. Joseph knew who they were, but they didn't know who he was.
9. तब पिलानेहारों का प्रधान फिरौन से बोल उठा, कि मेरे अपराध आज मुझे स्मरण आए:
9. Joseph, remembering the dreams he had dreamed of them, said, 'You're spies. You've come to look for our weak spots.'
10. जब फिरौन अपने दासों से क्रोधित हुआ था, और मुझे और पकानेहारों के प्रधान को कैद कराके जल्लादों के प्रधान के घर के बन्दीगृह में डाल दिया था;
10. 'No, master,' they said. 'We've only come to buy food.
11. तब हम दोनों ने, एक ही रात में, अपने अपने होनहार के अनुसार स्वप्न देखा;
11. We're all the sons of the same man; we're honest men; we'd never think of spying.'
12. और वहां हमारे साथ एक इब्री जवान था, जो जल्लादों के प्रधान का दास था; सो हम ने उसको बताया, और उस ने हमारे स्वप्नों का फल हम से कहा, हम में से एक एक के स्वप्न का फल उस ने बता दिया।
12. He said, 'No. You're spies. You've come to look for our weak spots.'
13. और जैसा जैसा फल उस ने हम से कहा था, वैसा की हुआ भी, अर्थात् मुझ को तो मेरा पद फिर मिला, पर वह फांसी पर लटकाया गया।
13. They said, 'There were twelve of us brothers--sons of the same father in the country of Canaan. The youngest is with our father, and one is no more.'
14. तब फिरौन ने यूसुफ को बुलवा भेजा। और वह झटपट बन्दीगृह से बाहर निकाला गया, और बाल बनवाकर, और वस्त्रा बदलकर फिरौन के साम्हने आया।
14. But Joseph said, 'It's just as I said, you're spies.
15. फिरौन ने यूसुफ से कहा, मैं ने एक स्वप्न देखा है, और उसके फल का बतानेवाला कोई भी नहीं; और मैं ने तेरे विषय में सुना है, कि तू स्वप्न सुनते ही उसका फल बता सकता है।
15. This is how I'll test you. As Pharaoh lives, you're not going to leave this place until your younger brother comes here.
16. यूसुफ ने फिरौन से कहा, मै तो कुछ नहीं जानता : परमेश्वर ही फिरौन के लिये शुभ वचन देगा।
16. Send one of you to get your brother while the rest of you stay here in jail. We'll see if you're telling the truth or not. As Pharaoh lives, I say you're spies.'
17. फिर फिरौन यूसुफ से कहने लगा, मै ने अपने स्वप्न में देखा, कि मैं नील नदी के किनारे पर खड़ा हूं
17. Then he threw them into jail for three days.
18. फिर, क्या देखा, कि नदी में से सात मोटी और सुन्दर सुन्दर गायें निकलकर कछार की घास चरने लगी।
18. On the third day, Joseph spoke to them. 'Do this and you'll live. I'm a God-fearing man.
19. फिर, क्या देखा, कि उनके पीछे सात और गायें निकली, जो दुबली, और बहुत कुरूप, और दुर्बल हैं; मै ने तो सारे मि देश में ऐसी कुडौल गायें कभी नहीं देखीं।
19. If you're as honest as you say you are, one of your brothers will stay here in jail while the rest of you take the food back to your hungry families.
20. और इन दुर्बल और कुडौल गायों ने उन पहली सातों मोटी मोटी गायों को खा लिया।
20. But you have to bring your youngest brother back to me, confirming the truth of your speech--and not one of you will die.' They agreed.
21. और जब वे उनको खा गई तब यह मालूम नहीं होता था कि वे उनको खा गई हैं, क्योंकि वे पहिले की नाई जैसी की तैसी कुडौल रहीं। तब मैं जाग उठा।
21. Then they started talking among themselves. 'Now we're paying for what we did to our brother--we saw how terrified he was when he was begging us for mercy. We wouldn't listen to him and now we're the ones in trouble.'
22. फिर मैं ने दूसरा स्वप्न देखा, कि एक ही डंठी में सात अच्छी अच्छी और अन्न से भरी हुई बालें निकलीं।
22. Reuben broke in. 'Didn't I tell you, 'Don't hurt the boy'? But no, you wouldn't listen. And now we're paying for his murder.'
23. फिर, क्या देखता हूं, कि उनके पीछे और सात बालें छूछी छूछी और पतली और पुरवाई से मुरझाई हुई निकलीं।
23. Joseph had been using an interpreter, so they didn't know that Joseph was understanding every word.
24. और इन पतली बालों ने उन सात अच्छी अच्छी बालों को निगल लिया। इसे मैं ने ज्योतिषियों को बताया, पर इस का समझनेहारा कोई नहीं मिला।
24. Joseph turned away from them and cried. When he was able to speak again, he took Simeon and had him tied up, making a prisoner of him while they all watched.
25. तब यूसुफ ने फिरौन से कहा, फिरौन का स्वप्न एक ही है, परमेश्वर जो काम किया चाहता है, उसको उस ने फिरौन को जताया है।
25. Then Joseph ordered that their sacks be filled with grain, that their money be put back in each sack, and that they be given rations for the road. That was all done for them.
26. वे सात अच्छी अच्छी गायें सात वर्ष हैं; और वे सात अच्छी अच्छी बालें भी सात वर्ष हैं; स्वप्न एक ही है।
26. They loaded their food supplies on their donkeys and set off.
27. फिर उनके पीछे जो दुर्बल और कुडौल गायें निकलीं, और जो सात छूछी और पुरवाई से मुरझाई हुई बालें निकाली, वे अकाल के सात वर्ष होंगे।
27. When they stopped for the night, one of them opened his sack to get food for his donkey; there at the mouth of his bag was his money
28. यह वही बात है, जो मैं फिरौन से कह चुका हूं, कि परमेश्वर जो काम किया चाहता है, उसे उस ने फिरौन को दिखाया है।
28. He called out to his brothers, 'My money has been returned; it's right here in my bag!' They were puzzled--and frightened. 'What's God doing to us?'
29. सुन, सारे मि देश में सात वर्ष तो बहुतायत की उपज के होंगे।
29. When they got back to their father Jacob, back in the land of Canaan, they told him everything that had happened, saying,
30. उनके पश्चात् सात वर्ष अकाल के आयेंगे, और सारे मि देश में लोग इस सारी उपज को भूल जायेंगे; और अकाल से देश का नाश होगा।
30. 'The man who runs the country spoke to us roughly and accused us of being spies.
31. और सुकाल (बहुतायत की उपज) देश में फिर स्मरण न रहेगा क्योंकि अकाल अत्यन्त भयंकर होगा।
31. We told him, 'We are honest men and in no way spies.
32. और फिरौन ने जो यह स्वप्न दो बार देखा है इसका भेद यही है, कि यह बात परमेश्वर की ओर से नियुक्त हो चुकी है, और परमेश्वर इसे शीघ्र ही पूरा करेगा।
32. There were twelve of us brothers, sons of one father; one is gone and the youngest is with our father in Canaan.'
33. इसलिये अब फिरौन किसी समझदार और बुद्धिमान् पुरूष को ढूंढ़ करके उसे मि देश पर प्रधानमंत्री ठहराए।
33. 'But the master of the country said, 'Leave one of your brothers with me, take food for your starving families, and go.
34. फिरौन यह करे, कि देश पर अधिकारियों को नियुक्त करे, और जब तक सुकाल के सात वर्ष रहें तब तक वह मि देश की उपज का पंचमांश लिया करे।
34. Bring your youngest brother back to me, proving that you're honest men and not spies. And then I'll give your brother back to you and you'll be free to come and go in this country.''
35. और वे इन अच्छे वर्षों में सब प्रकार की भोजनवस्तु इकट्ठा करें, और नगर नगर में भण्डार घर भोजन के लिये फिरौन के वश में करके उसकी रक्षा करें।
35. As they were emptying their food sacks, each man came on his purse of money. On seeing their money, they and their father were upset.
36. और वह भोजनवस्तु अकाल के उन सात वर्षों के लिये, जो मि देश में आएंगे, देश के भोजन के निमित्त रखी रहे, जिस से देश उस अकाल से स्त्यानाश न हो जाए।
36. Their father said to them, 'You're taking everything I've got! Joseph's gone, Simeon's gone, and now you want to take Benjamin. If you have your way, I'll be left with nothing.'
37. यह बात फिरौन और उसके सारे कर्मचारियों को अच्छी लगी।
37. Reuben spoke up: 'I'll put my two sons in your hands as hostages. If I don't bring Benjamin back, you can kill them. Trust me with Benjamin; I'll bring him back.'
38. सो फिरौन ने अपने कर्मचारियों से कहा, कि क्या हम को ऐसा पुरूष जैसा यह है, जिस में परमेश्वर का आत्मा रहता है, मिल सकता है ?
38. But Jacob refused. 'My son will not go down with you. His brother is dead and he is all I have left. If something bad happens to him on the road, you'll put my gray, sorrowing head in the grave.'