13. और जैसा जैसा फल उस ने हम से कहा था, वैसा की हुआ भी, अर्थात् मुझ को तो मेरा पद फिर मिला, पर वह फांसी पर लटकाया गया।
13. They said, 'We, your servants, are twelve brothers, the sons of one man in the land of Kana`an; and, behold, the youngest is this day with our father, and one is no more.'