2. और याकूब के वंश का वृत्तान्त यह है : कि यूसुफ सतरह वर्ष का होकर भाइयों के संग भेड़- बकरियों को चराता था; और वह लड़का अपने पिता की पत्नी बिल्हा, और जिल्पा के पुत्रों के संग रहा करता था : और उनकी बुराईयों का समाचार अपने पिता के पास पहुंचाया करता था :
2. These, are the generations of Jacob Joseph, when seventeen years old, was shepherding with his brethren among the flocks, and, he, being a youth, was with the sons of Bilhah and with the sons of Zilpah wives of his father, so then Joseph brought in the talk about them something bad, unto their father.