52. यह ढेर और यह खम्भा दोनों इस बात के साक्षी रहें, कि हानि करने की मनसा से न तो मैं इस ढेर को लांघकर तेरे पास जाऊंगा, न तू इस ढेर और इस खम्भे को लांघकर मेरे पास आएगा।
52. A witness, be this heap, and, a witness, the pillar, That, I, am not to pass, unto thee, over this heap, And, thou, art not to pass, unto me, over this heap and this pillar for harm.