Genesis - उत्पत्ति 16 | View All

1. अब्राम की पत्नी सारै के कोई सन्तान न थी : और उसके हाजिरा नाम की एक मिद्दी लौंडी थी।
प्रेरितों के काम 7:5

1. Now Sarai, Abram's wife, bore him no [children]: and she had a female slave, an Egyptian, whose name was Hagar.

2. सो सारै ने अब्राम से कहा, देख, यहोवा ने तो मेरी कोख बन्द कर रखी है सो मैं तुझ से बिनती करती हूं कि तू मेरी लौंडी के पास जा : सम्भव है कि मेरा घर उसके द्वारा बस जाए।

2. And Sarai said to Abram, Now seeing that Yahweh has restrained me from bearing; go in, I pray you, to my slave; it may be that I will obtain [children] by her. And Abram listened to the voice of Sarai.

3. सो सारै की यह बात अब्राम ने मान ली। सो जब अब्राम को कनान देश में रहते दस वर्ष बीत चुके तब उसकी स्त्री सारै ने अपनी मिद्दी लौंडी हाजिरा को लेकर अपने पति अब्राम को दिया, कि वह उसकी पत्नी हो।

3. And Sarai, Abram's wife, took Hagar the Egyptian, her slave, after Abram had dwelt ten years in the land of Canaan, and gave her to Abram her husband to be his wife.

4. और वह हाजिरा के पास गया, और वह गर्भवती हुई और जब उस ने जाना कि वह गर्भवती है तब वह अपनी स्वामिनी को अपनी दृष्टि में तुच्छ समझने लगी।

4. And he went in to Hagar, and she became pregnant: and when she saw that she had become pregnant, her mistress was despised in her eyes.

5. तब सारै ने अब्राम से कहा, जो मुझ पर उपद्रव हुआ सो तेरे ही सिर पर हो : मैं ने तो अपनी लौंडी को तेरी पत्नी कर दिया; पर जब उस ने जाना कि वह गर्भवती है, तब वह मुझे तुच्छ समझने लगी, सो यहोवा मेरे और तेरे बीच में न्याय करे।
गलातियों 4:22

5. And Sarai said to Abram, My wrong be on you: I gave my slave into your bosom; and when she saw that she had become pregnant, I was despised in her eyes: Yahweh judge between me and you.

6. अब्राम ने सारै से कहा, देख तेरी लौंडी तेरे वश में है : जैसा तुझे भला लगे वैसा ही उसके साथ कर। सो सारै उसको दु:ख देने लगी और वह उसके साम्हने से भाग गई।

6. But Abram said to Sarai, Look, your slave is in your hand; do to her that which is good in your eyes. And Sarai dealt harshly with her, and she fled from her face.

7. तब यहोवा के दूत ने उसके जंगल में शूर के मार्ग पर जल के एक सोते के पास पाकर कहा,

7. And the angel of Yahweh found her by a fountain of water in the wilderness, by the fountain in the way to Shur.

8. हे सारै की लौंडी हाजिरा, तू कहां से आती और कहां को जाती है ? उस ने कहा, मैं अपनी स्वामिनी सारै के साम्हने से भग आई हूं।

8. And he said, Hagar, Sarai's slave, where did you come from? And where are you going? And she said, I am fleeing from the face of my mistress Sarai.

9. यहोवा के दूत ने उस से कहा, अपनी स्वामिनी के पास लौट जा और उसके वश में रह।

9. And the angel of Yahweh said to her, Return to your mistress, and submit yourself under her hands.

10. और यहोवा के दूत ने उस से कहा, मैं तेरे वंश को बहुत बढ़ाऊंगा, यहां तक कि बहुतायत के कारण उसकी गणना न हो सकेगी।

10. And the angel of Yahweh said to her, I will greatly multiply your seed, it will be too many to count.

11. और यहोवा के दूत ने उस से कहा, देख तू गर्भवती है, और पुत्रा जनेगी, सो उसका नाम इश्माएल रखना; क्योंकि यहोवा ने तेरे दु:ख का हाल सुन लिया है।
लूका 1:31

11. And the angel of Yahweh said to her, Look, you are pregnant, and will give birth to a son; and you will name him Ishmael, because Yahweh has heard your affliction.

12. और वह मनुष्य बनैले गदहे के समान होगा उसका हाथ सबके विरूद्ध उठेगा, और सब के हाथ उसके विरूद्ध उठेंगे; और वह अपने सब भाई बन्धुओं के मध्य में बसा रहेगा।

12. And he will be [as] a wild donkey among man; his hand [will be] against everyone, and everyone's hand against him; and he will stay across from all his brothers.

13. तब उस ने यहोवा का नाम जिस ने उस से बातें की थीं, अत्ताएलरोई रखकर कहा कि, कया मैं यहां भी उसको जाते हुए देखने पाई जो मेरा देखनेहारा है ?

13. And she named Yahweh who spoke to her, 'El-Roi,': for she said, Do I still see now [even] after my vision?

14. इस कारण उस कुएं का नाम लहैरोई कुआं पड़ा; वह तो कादेश और बेरेद के बीच में है।

14. Therefore the well was called Beer-lahai-roi; look, it is between Kadesh and Bered.

15. सो हाजिरा अब्राम के द्वारा एक पुत्रा जनी : और अब्राम ने अपने पुत्रा का नाम, जिसे हाजिरा जनी, इश्माएल रखा।

15. And Hagar bore Abram a son: and Abram called the name of his son, whom Hagar bore, Ishmael.

16. जब हाजिरा ने अब्राम के द्वारा इश्माएल को जन्म दिया उस समय अब्राम छियासी वर्ष का था।

16. And Abram was eighty-six years old, when Hagar bore Ishmael to Abram.



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