8. हे सारै की लौंडी हाजिरा, तू कहां से आती और कहां को जाती है ? उस ने कहा, मैं अपनी स्वामिनी सारै के साम्हने से भग आई हूं।
8. He said, 'Hagar, you who serve Sarai, where have you come from and where are you going?' And she said, 'I am running away from Sarai, the one I serve.'