Hebrews - इब्रानियों 13 | View All

1. भाईचारे की प्रीति बनी रहे।

1. Let brotherly love continue.

2. पहुनाई करना न भूलना, क्योंकि इस के द्वारा कितनों ने अनजाने स्वर्गदूतों की पहुनाई की है।
उत्पत्ति 18:1-8, उत्पत्ति 19:1-3

2. Be not forgetful to entertain strangers: for thereby some have entertained angels unawares.

3. कैदियों की ऐसी सुधि लो, कि मानो उन के साथ तुम भी कैद हो; और जिन के साथ बुरा बर्ताव किया जाता है, उन की भी यह समझकर सुधि लिया करो, कि हमारी भी देह है।

3. Remember them that are in bonds, as bound with them; and them which suffer adversity, as being yourselves also in the body.

4. विवाह सब में आदर की बात समझी जाए, और बिछौना निष्कलंक रहे; क्योंकि परमेश्वर व्यभिचारियों, और परस्त्रीगामियों का न्याय करेगा।

4. Marriage is honorable in all, and the bed undefiled: but fornicators and adulterers God will judge.

5. तुम्हारा स्वभाव लोभरहित हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उस ने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा।
उत्पत्ति 28:15, व्यवस्थाविवरण 31:6, व्यवस्थाविवरण 31:8, यहोशू 1:5

5. Let your conversation be without covetousness; and be content with such things as you have: for he has said, I will never leave you, nor forsake you.

6. इसलिये हम बेधड़क होकर कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है।।
भजन संहिता 118:6

6. So that we may boldly say, The Lord is my helper, and I will not fear what man shall do to me.

7. जो तुम्हारे अगुवे थे, और जिन्हों ने तुम्हें परमेश्वर का वचन सुनाया है, उन्हें स्मरण रखो; और ध्यान से उन के चाल- चलन का अन्त देखकर उन के विश्वास का अनुकरण करो।

7. Remember them which have the rule over you, who have spoken to you the word of God: whose faith follow, considering the end of their conversation.

8. यीशु मसीह कल और आज और युगानुयुग एकसा है।
यशायाह 43:13

8. Jesus Christ the same yesterday, and to day, and for ever.

9. नाना प्रकार के और ऊपरी उपदेशों से न भरमाए जाओ, क्योंकि मन का अनुग्रह से दृढ़ रहना भला है, न कि उन खाने की वस्तुओं से जिन से काम रखनेवालों को कुछ लाभ न हुआ।

9. Be not carried about with divers and strange doctrines. For it is a good thing that the heart be established with grace; not with meats, which have not profited them that have been occupied therein.

10. हमारी एक ऐसी वेदी है, जिस पर से खाने का अधिकार उन लोगों को नहीं, जो तम्बू की सेवा करते हैं।

10. We have an altar, whereof they have no right to eat which serve the tabernacle.

11. क्योंकि जिन पशुओं का लोहू महायाजक पाप- बलि के लिये पवित्रा स्थान में ले जाता है, उन की देह छावनी के बाहर जलाई जाती है।
लैव्यव्यवस्था 16:27

11. For the bodies of those beasts, whose blood is brought into the sanctuary by the high priest for sin, are burned without the camp.

12. इसी कारण, यीशु ने भी लोगों को अपने ही लोहू के द्वारा पवित्रा करने के लिये फाटक के बाहर दुख उठाया।

12. Why Jesus also, that he might sanctify the people with his own blood, suffered without the gate.

13. सो आओ उस की निन्दा अपने ऊपर लिए हुए छावनी के बाहर उसके पास निकल चलें।
लैव्यव्यवस्था 16:27

13. Let us go forth therefore to him without the camp, bearing his reproach.

14. क्योंकि यहां हमारा कोई स्थिर रहनेवाला नगर नहीं, बरन हम एक आनेवाले नगर की खोज में हैं।

14. For here have we no continuing city, but we seek one to come.

15. इसलिये हम उसके द्वारा स्तुतिरूपी बलिदान, अर्थात् उन होठों का फल जो उसके नाम का अंगीकार करते हैं, परमेश्वर के लिये सर्वदा चढ़ाया करें।
लैव्यव्यवस्था 7:12, 2 इतिहास 29:31, भजन संहिता 50:14, भजन संहिता 50:23, यशायाह 57:19, होशे 14:2

15. By him therefore let us offer the sacrifice of praise to God continually, that is, the fruit of our lips giving thanks to his name.

16. पर भलाई करना, और उदारता न भूलो; क्योंकि परमेश्वर ऐसे बलिदानों से प्रसन्न होता है।

16. But to do good and to communicate forget not: for with such sacrifices God is well pleased.

17. अपने अगुवों की मानो; और उनके अधीन रहो, क्योंकि वे उन की नाई तुम्हारे प्राणों के लिये जागते रहते, जिन्हें लेखा देना पड़ेगा, कि वे यह काम आनन्द से करें, न कि ठंडी सांस ले लेकर, क्योंकि इस दशा में तुम्हें कुछ लाभ नहीं।
यशायाह 62:6, यहेजकेल 3:17

17. Obey them that have the rule over you, and submit yourselves: for they watch for your souls, as they that must give account, that they may do it with joy, and not with grief: for that is unprofitable for you.

18. हमारे लिये प्रार्थना करते रहो, क्योंकि हमें भरोसा है, कि हमारा विवेक शुद्ध है; और हम सब बातों में अच्छी चाल चलना चाहते हैं।

18. Pray for us: for we trust we have a good conscience, in all things willing to live honestly.

19. और इस के करने के लिये मैं तुम्हें और भी समझाता हूं, कि मैं शीघ्र तुम्हारे पास फिर आ सकूं।।

19. But I beseech you the rather to do this, that I may be restored to you the sooner.

20. अब शान्तिदाता परमेश्वर जो हमारे प्रभु यीशु को जो भेड़ों का महान रखवाला है सनातन वाचा के लोहू के गुण से मरे हुओं में से जिलाकर ले आया।
यशायाह 63:11, यिर्मयाह 32:40, यहेजकेल 37:26, जकर्याह 9:11

20. Now the God of peace, that brought again from the dead our Lord Jesus, that great shepherd of the sheep, through the blood of the everlasting covenant,

21. तुम्हें हर एक भली बात में सिद्ध करे, जिस से तुम उस की इच्छा पूरी करो, और जो कुछ उस को भाता है, उसे यीशु मसीह के द्वारा हम में उत्पन्न करे, जिस की बड़ाई युगानुयुग होती रहे। आमीन।।

21. Make you perfect in every good work to do his will, working in you that which is well pleasing in his sight, through Jesus Christ; to whom be glory for ever and ever. Amen.

22. हे भाइयों मैं तुम से बिनती करता हूं, कि इन उपदेश की बातों को सह लेओ; क्योंकि मैं ने तुम्हें बहुत संक्षेप में लिखा है।

22. And I beseech you, brothers, suffer the word of exhortation: for I have written a letter to you in few words.

23. तुम यह जान लो कि तीमुथियुस हमारा भाई छूट गया है और यदि वह शीघ्र आ गया, तो मैं उसके साथ तुम से भेंट करूंगा।

23. Know you that our brother Timothy is set at liberty; with whom, if he come shortly, I will see you.

24. अपने सब अगुवों और सब पवित्रा लोगों को नमस्कार कहो। इतालियावाले तुम्हें नमस्कार कहते हैं।।

24. Salute all them that have the rule over you, and all the saints. They of Italy salute you.

25. तुम सब पर अनुग्रह होता रहे। आमीन।।

25. Grace be with you all. Amen.



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