12. इसलिये परमेश्वर के चुने हुओं की नाईं जो पवित्रा और प्रिय हैं, बड़ी करूणा, और भलाई, और दीनता, और नम्रता, और सहनशीलता धारण करो।
12. Put on therefore, as God's elect, holy and beloved, a heart of compassion, kindness, humility, meekness, longsuffering;