13. यदि याजक की बेटी विधवा वा त्यागी हुई हो, और उसकी सन्तान न हो, और वह अपनी बाल्यावस्था की रीति के अनुसार अपने पिता के घर में रहती हो, तो वह अपने पिता के भोजन में से खाए; पर पराए कुल का कोई उस में से न खाने पाए।
13. But if a priest's daughter becomes a widow or is divorced, yet has no children, and she returns to live in her father's house as in her youth, she may eat of her father's food. No unauthorised person, however, may eat any of it.