Hosea - होशे 2 | View All

1. इसलिये तुम लोग अपने भाइयों से अम्मी और अपनी बहिनों से रूहामा कहो।।
1 पतरस 2:10

1. তোমরা আপনাদের ভ্রাতাদিগকে অম্মি [আমার প্রজা], ও আপনাদের ভগিনীদিগকে রুহামা [অনুকম্পিতা] বল।

2. अपनी माता से विवाद करो, विवाद क्योंकि वह मेरी स्त्री नहीं और न मैं उसका पति हूं। वह अपने मुंह पर से अपने छिनालपन को और छातियों के बीच से व्यभिचारों को अलग करे;

2. তোমরা বিবাদ কর, তোমাদের মাতার সহিত বিবাদ কর, কেননা সে আমার স্ত্রী নয়, এবং আমিও তাহার স্বামী নই; সে আপনার দৃষ্টি হইতে আপন বেশ্যাচার, এবং আপনার স্তনযুগলের মধ্য হইতে আপন ব্যভিচার দূর করুক।

3. हनंी तो मैं उसके वस्त्रा उतारकर उसको जन्म के दिन के समान नंगी कर दूंगा, और उसको मरूस्थल के समान और मरूभूमि सरीखी बनाऊंगा, और उसे प्यास से मार डालूंगा।

3. নতুবা আমি তাহাকে বিবস্ত্রা করিব, সে জন্মদিনে যেমন ছিল, তেমনি করিয়া তাহাকে রাখিব, এবং তাহাকে প্রান্তরের সমান ও মরুভূমির তুল্য করিব, তৃষ্ণা দ্বারা বধ করিব।

4. उसके लड़केबालों पर भी मैं कुछ दया न करूंगा, क्योंकि वे कुकर्म के लड़के हैं।

4. আর তাহার সন্তানগণকে অনুকম্পা করিব না, কারণ তাহারা ব্যভিচারের সন্তান।

5. उनकी माता ने छिनाला किया है; जिसके गर्भ में वे पड़े, उस ने लज्जा के योग्य काम किया है। उस ने कहा, मेरे यार जो मुझे रोटी- पानी, ऊन, सन, तेल और मद्य देते हैं, मैं उन्हीं के पीछे चलूंगी।

5. বাস্তবিক তাহাদের মাতা ব্যভিচার করিয়াছে, তাহাদের গর্ভধারিণী লজ্জাকর কর্ম্ম করিয়াছে; কেননা সে বলিত, আমি আমার প্রেমিকগণের পশ্চাতে পশ্চাতে গমন করিব, তাহারাই আমাকে অন্ন ও জল, মেষলোম ও মসীনা, তৈল ও পানীয় দ্রব্য দেয়।

6. इसलिये देखो, मैं उसके मार्ग को कांटों से घेरूंगा, और ऐसा बाड़ा खड़ा करूंगा कि वह राह न पा सकेगी।

6. এই জন্য দেখ, আমি কন্টক দ্বারা তাহার পথ রোধ করিব, ও তাহার চারিদিকে প্রাচীর গাঁথিব, তাহাতে সে আপন পথের সন্ধান পাইবে না।

7. वह अपने यारों के पीछे चलने से भी न पाएगी; और उन्हें ढूंढ़ने से भी न पाएगी। तब वह कहेगी, मैं अपने पहिले पति के पास फिर जाऊंगी, क्योंकि मेरी पहिली दशा इस समय की दशा से अच्छी थी।

7. সে আপন প্রেমিকদের পশ্চাতে পশ্চাতে দৌড়িয়া যাইবে, কিন্তু তাহাদের লাগাল পাইবে না; সে তাহাদের অন্বেষণ করিবে, কিন্তু সন্ধান পাইবে না। তখন সে বলিবে, আমি ফিরিয়া আমার প্রথম স্বামীর নিকটে যাইব; কেননা এখন অপেক্ষা তখন আমার পক্ষে মঙ্গল ছিল।

8. वह यह नहीं जानती थी, कि अन्न, नया दाखमधु और तेल मैं ही उसे देता था, और उसके लिये वह चान्दी सोना जिसको वे बाल देवता के काम में ले आते हैं, मैं ही बढ़ाता था।

8. সে ত বুঝিত না যে, আমিই তাহাকে সেই শস্য, দ্রাক্ষারস ও তৈল দিতাম, এবং তাহার রৌপ্য ও স্বর্ণের বৃদ্ধি করিতাম,—যাহা তাহারা বালদেবের জন্য ব্যবহার করিয়াছে।

9. इस कारण मैं अन्न की ऋतु में अपने अन्न को, और नये दाखमधु के होने के समय में अपने नये दाखमधु को हर लूंगा; और अपना ऊन और सन भी जिन से वह अपना तन ढांपती है, मैं छीन लूंगा।

9. অতএব আমি শস্যের সময়ে আমার শস্য ও দ্রাক্ষারসের ঋতুতে আমার দ্রাক্ষারস ফিরাইয়া লইব, এবং যাহা তাহার উলঙ্গতা আচ্ছাদনার্থক ছিল, আমার সেই মেষলোম ও মসীনা তুলিয়া লইব।

10. अब मैं उसके यारों के साम्हने उसके तन को उघाडूंगा, और मेरे हाथ से कोई उसे छुड़ा न सकेगा।

10. এখন আমি তাহার প্রেমিকদের সাক্ষাতে তাহার ভ্রষ্টতা প্রকাশ করিব; কেহ তাহাকে আমার হস্ত হইতে উদ্ধার করিবে না।

11. और मैं उसके पर्व, नये चांद और विश्रामदिन आदि सब नियत समयों के उत्सवों का अन्त कर दूंगा।

11. আর আমি তাহার সমস্ত আমোদ, তাহার উৎসব, অমাবস্যা, বিশ্রামদিন ও পর্ব্ব সকল রহিত করিব।

12. और मैं उसकी दाखलताओं और अंजीर के वृक्षों को, जिनके विषय वह कहती है कि यह मेरे छिनाले की प्राप्ति है जिसे मेरे यारों ने मुझे दी है, उन्हें ऐसा उजाडूंगा कि वे जंगल से हो जाएंगे, और वन- पशु उन्हें चर डालेंगे।

12. আর আমি তাহার দ্রাক্ষালতা ও ডুমুরগাছ সকল বিনষ্ট করিব, যাহার বিষয়ে সে বলিয়াছে, ‘এই সকল আমার পণ, আমার প্রেমিকেরা ইহা আমাকে দিয়াছে’; কিন্তু আমি এ সকল অরণ্য করিব, আর মাঠের পশুগণ সে সকল খাইয়া ফেলিবে।

13. और वे दिन जिन में वह बाल देवताओं के लिये धूप जलाती, और नत्थ और हार पहिने अपने यारों के पीछे जाती और मुझको भूले रहती थी, उन दिनों का दण्ड मैं उसे दूंगा, यहोवा की यही वाणी है।।

13. আর আমি বাল-দেবগণের সময়ের প্রতিফল তাহাকে ভোগ করাইব, যাহাদের উদ্দেশে সে ধূপ জ্বালাইত, ও কুণ্ডলাদি অলঙ্কারে আপনাকে অলঙ্কত করিয়া প্রেমিকদের পশ্চাতে গমন করিত, এবং আমাকে ভুলিয়া থাকিত, ইহা সদাপ্রভু বলেন।

14. इसलिये देखो, मैं उसे मोहित करके जंगल में ले जाऊंगा, और वहंा उस से शान्ति की बातें कहूंगा।

14. অতএব দেখ, আমি তাহাকে প্ররোচনা করিয়া প্রান্তরে আনিব, আর চিত্ততোষক কথা কহিব।

15. और वहीं मैं उसको दाख की बारियां दूंगा, और आकोर की तराई को आशा का द्वार कर दूंगा और वहां वह मुझ से ऐसी बातें कहेगी जैसी अपनी जवानी के दिनों में अर्थात् मि देश से चले आने के समय कहती थी।

15. আর আমি সে স্থান হইতে তাহার দ্রাক্ষাক্ষেত্র এবং আশাদ্বার বলিয়া আখোর তলভূমি তাহাকে দিব; এবং সে সেখানে উত্তর করিবে, যেমন যৌবনকালে, যেমন মিসর হইতে আগমন দিনে করিয়াছিল।

16. और यहोवा की यह वाणी है कि उस समय तू मुझे ईशी कहेगी और फिर बाली न कहेगी।

16. আর সদাপ্রভু কহেন, সেই দিনে সে আমাকে ‘ঈশী’ [আমার স্বামী] বলিয়া সম্বোধন করিবে; কিন্তু ‘বালী’ [আমার নাথ] বলিয়া আর সম্বোধন করিবে না।

17. क्योंकि भविष्य में मैं उसे बाल देवताओं के नाम न लेने दूंग; और न उनके नाम फिर स्मरण में रहेंगे।

17. কারণ আমি তাহার মুখ হইতে বালদেবগণের নাম সকল দূর করিব, তাহাদের নাম লইয়া তাহাদিগকে আর স্মরণ করা হইবে না।

18. और उस समय मैं उनके लिये वन- पशुओं और आकाश के पक्षियों और भूमि पर के रेंगनेवाले जन्तुओं के साथ वाचा बान्धूंगा, और धनुष और तलवार तोड़कर युद्ध को उनके देश से दूर कर दूंगा; और ऐसा करूंगा कि वे लोग निडर सोया करेंगे।

18. আর সেই দিন আমি লোকদের নিমিত্ত মাঠের পশু, আকাশের পক্ষী ও ভূমির সরীসৃপ সকলের সহিত নিয়ম করিব; এবং ধনুক, খড়্‌গ ও রণসজ্জা ভাঙ্গিয়া দেশের মধ্য হইতে উচ্ছিন্ন করিব, ও তাহাদিগকে নিশ্চিন্তে শয়ন করাইব।

19. और मैं सदा के लिये तुझे अपनी स्त्री करने की प्रतिज्ञा करूंगा, और यह प्रतिज्ञा धर्म, और न्याय, और करूंणा, और दया के साथ करूंगा।

19. আর আমি চিরকালের জন্য তোমাকে বাগ্‌দান করিব; হাঁ, ধার্ম্মিকতায়, ন্যায়বিচারে, দয়াতে ও বহুবিধ অনুকম্পায় তোমাকে বাগ্‌দান করিব।

20. और यह सच्चाई के साथ की जाएगी, और तू यहोवा को जान लेगी।।

20. আমি বিশ্বস্ততায় তোমাকে বাগ্‌দান করিব, তাহাতে তুমি সদাপ্রভুকে জানিবে।

21. और यहोवा की यह वाणी है कि उस समय मैं आकाश की सुनकर उसको उत्तर दूंगा, और वह पृथ्वी की सुनकर उसे उत्तर देगा;

21. আবার, সদাপ্রভু কহেন, সেই দিনে আমি উত্তর দিব; আমি আকাশকে উত্তর দিব, আকাশ ভূতলকে উত্তর দিবে;

22. और पृथ्वी अन्न, नये दाखमधु, और ताजे तेल की सुनकर उनको उत्तर देगी, और वे यिज्रेल को उत्तर देंगे।

22. ভূতল শস্য, দ্রাক্ষারস ও তৈলকে উত্তর দিবে, এবং এই সকল যিষ্রিয়েলকে উত্তর দিবে।

23. और मैं अपने लिये उसे देश में बोऊंगा, और लोरूहामा पर दया करूंगा, और लोअम्मी से कहूंगा, तू मेरी प्रजा है, और वह कहेगा, 'हे मेरे परमेश्वर'।।
रोमियों 9:25, 1 पतरस 2:10

23. আমি আপনার জন্য তাহাকে দেশে রোপন করিব, ও যে ‘অনুকম্পিতা নয়,’ তাহাকে অনুকম্পা করিব, এবং যে ‘আমার প্রজা নয়,’ তাহাকে বলিব, তুমি আমার প্রজা, এবং সে বলিবে, তুমি আমার ঈশ্বর।



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