7. हे देश के निवासी, तेरे लिये चक्र घूम चुका, समय आ गया, दिन निकट है; पहाड़ों पर आनन्द के शब्द का दिन नहीं, हुल्लड़ ही का होगा।
7. Your doom has come to you, O inhabitant of the land: the time has come, the day is near, [a day of] tumult, and not [of] joyful shouting, on the mountains.