15. यहोवा की यह वाणी है, हे इस्राएल के घराने, देख, मैं तुम्हारे विरूद्ध दूर से ऐसी जाति को चढ़ा लाऊंगा जो सामथ और प्राचीन है, उसकी भाषा तुम न समझोगे, और न यह जानोगे कि वे लोग क्या कह रहे हैं।
15. Behold, I will bring a nation upon you from afar, O house of Israel, saith the LORD; it [is] a mighty nation, it [is] an ancient nation, a nation whose language thou dost not know, neither dost [thou] understand what they say.