3. वे कहते हैं, क्या कारए है कि हम ने तो उपवास रखा, परन्तु तू ने इसकी सुधि नहीं ली? हम ने दु:ख उठाया, परन्तु तू ने कुछ ध्यान नहीं दिया? सुनो, उपवास के दिन तुम अपनी ही इच्छा पूरी करते हो और अपने सेवकों से कठिन कामों को कराते हो।
3. They say, 'Why have we gone without food, and You do not see it? Why have we put away our pride, and You do not know it?' See, on the day you do not eat, you do what you want to do, and make it hard for all your workers.