17. तू उन्हें पहुचाकर अपने निज भागवाले पहाड़ पर बसाएगा, यह वही स्थान है, हे यहोवा जिसे तू ने अपने निवास के लिये बनाया, और वही पवित्रास्थान है जिसे, हे प्रभु, तू ने आप स्थिर किया है।।
17. You will bring them in and plant them In the mountain of Your inheritance, [In] the place, O LORD, [which] You have made For Your own dwelling, The sanctuary, O LORD, [which] Your hands have established.