22. जिन में यहूदियों ने अपने शत्रुओं से विश्राम पाया, और यह महीना जिस में शोक आनन्द से, और विलाप खुशी से बदला गया; (माना करें) और उनको जेवनार और आनन्द और एक दूसरे के पास बैना भेजने ओर कंगालों को दान देने के दिन मानें।
22. According to the dayes wherein the Iewes rested from their enemies, and the moneth which was turned vnto them from sorowe to ioy, and from mourning into a ioyfull day, to keepe them the dayes of feasting, and ioy, and to sende presents euery man to his neyghbour, and giftes to the poore.