14. और उस ने अपने पिता दाऊद के नियम के अनुसार याजकों की सेवकाई के लिये उनके दल ठहराए, और लेवियों को उनके कामों पर ठहराया, कि हर एक दिन के प्रयोजन के अनुसार वे यहोवा की स्तुति और याजकों के साम्हने सेवा- टहल किया करें, और एक एक फाटक के पास द्वारपालों को दल दल करके ठहरा दिया; क्योंकि परमेश्वर के भक्त दाऊद ने ऐसी आज्ञा दी थी।
14. And, according to the ordinance of David his father, he appointed the divisions of the priests for their service, the Levites for their charges, to praise and serve before the priests, as the charge of each day required, and the gatekeepers by their divisions at each gate; for thus was the commandment of David the man of God.