17. फिर उस ने ऐसा एक पत्रा भेजा, जिस में इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की निन्दा की ये बातें लिखी थीं, कि जैसे देश देश की जातियों के देवताओं ने अपनी अपनी प्रजा को मेरे हाथ से नहीं बचाया वैसे ही हिजकिरयाह का देवता भी अपनी प्रजा को मेरे हाथ से नहीं बचा सकेगा।
17. He also wrote letters, to rail on Yahweh, the God of Israel, and to speak against him, saying, As the gods of the nations of the lands, which have not delivered their people out of my hand, so will the God of Hezekiah not deliver his people out of my hand.