11. परमेश्वर ने सुलैमान से कहा, तेरी जो ऐसी ही मनसा हुई, अर्थात तू ने न तो धन सम्पत्ति मांगी है, न ऐश्वर्य्और न अपने बैरियों का प्राण और न अपनी दीर्घायु मांगी, केवल बुध्दि और ज्ञान का वर मांगा है, जिस से तू मेरी प्रजा का जिसके ऊपर मैं ने तुझे राजा नियुक्त किया है, न्याय कर सके,
11. তখন ঈশ্বর শলোমনকে কহিলেন, ইহাই তোমার মনে উদয় হইয়াছে; তুমি ঐশ্বর্য্য, সম্পত্তি, গৌরব কিম্বা বৈরীদের প্রাণ যাচ্ঞা কর নাই, দীর্ঘায়ুও যাচ্ঞা কর নাই; কিন্তু আমি আমার যে প্রজাদের উপরে তোমাকে রাজা করিয়াছি, তুমি তাহাদের বিচার করিবার জন্য আপনার নিমিত্ত বুদ্ধি ও জ্ঞান যাচ্ঞা করিয়াছ।