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Cross Reference Bible
1. उसी दिन दबोरा और अबीनोअम के पुत्रा बाराक ने यह गीत गाया,
1. Then Deborah and Barak the son of Abinoam sang on that day, saying,
2. कि इस्राएल के अगुवों ने जो अगुवाई की और प्रजा जो अपनी ही इच्छा से भरती हुई, इसके लिये यहोवा को धन्य कहो!
2. 'That the leaders led in Israel, That the people volunteered, Bless the LORD!
3. हे राजाओ, सुनो; हे अधिपतियों कान लगाओ, मैं आप यहोवा के लिये गीत गाऊंगी; इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का मैं भजन करूंगी।।
3. 'Hear, O kings; give ear, O rulers! I-- to the LORD, I will sing, I will sing praise to the LORD, the God of Israel.
4. हे यहोवा, जब तू सेईर से निकल चला, जब तू ने एदोम के देश से प्रस्थान किया, तब पृथ्वी डोल उठी, और आकाश टूट पड़ा, बादल से भी जल बरसने लगा।।इब्रानियों 12:26
4. 'LORD, when You went out from Seir, When You marched from the field of Edom, The earth quaked, the heavens also dripped, Even the clouds dripped water.
5. यहोवा के प्रताप से पहाड़, इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के प्रताप से वह सीनै पिघलकर बहने लगा।
5. 'The mountains quaked at the presence of the LORD, This Sinai, at the presence of the LORD, the God of Israel.
6. अनात के पुत्रा शमगर के दिनों में, और याएल के दिनों में सड़कें सूनी पड़ी थीं, और बटोही पगदंडियों से चलते थे।।
6. 'In the days of Shamgar the son of Anath, In the days of Jael, the highways were deserted, And travelers went by roundabout ways.
7. जब तक मैं दबोरा न उठी, जब तक मैं इस्राएल में माता होकर न उठी, तब तक गांव सूने पड़े थे।।
7. 'The peasantry ceased, they ceased in Israel, Until I, Deborah, arose, Until I arose, a mother in Israel.
8. नये नये देवता माने गए, उस समय फाटकों में लड़ाई होती थी। क्या चालीस हजार इस्राएलियों में भी ढ़ाल वा बर्छी कहीं देखने में आती थी?
8. 'New gods were chosen; Then war [was] in the gates. Not a shield or a spear was seen Among forty thousand in Israel.
9. मेरा मन इस्राएल के हाकिमों की ओर लगा है, जो प्रजा के बीच में अपनी ही इच्छा से भरती हुए। यहोवा को धन्य कहो।।
9. 'My heart [goes out] to the commanders of Israel, The volunteers among the people; Bless the LORD!
10. हे उजली गदहियों पर चढ़नेवालो, हे फर्शों पर विराजनेवालो, ध्यान रखो।।
10. 'You who ride on white donkeys, You who sit on [rich] carpets, And you who travel on the road-- sing!
11. परघटों के आस पास धनुर्धारियों की बात के कारण, वहां वे यहोवा के धर्ममय कामों का, इस्राएल के लिये उसके धर्ममय कामों का बखान करेंगे। उस समय यहोवा की प्रजा के लोग फाटकों के पस गए।।
11. 'At the sound of those who divide [flocks] among the watering places, There they shall recount the righteous deeds of the LORD, The righteous deeds for His peasantry in Israel. Then the people of the LORD went down to the gates.
12. जाग, जाग, हे दबोरा! जाग, जाग, गीत सुना! हे बाराक, उठ, हे अबीनोअम के पुत्रा, अपने बन्धुओं को बन्धुआई में ले चल।
12. 'Awake, awake, Deborah; Awake, awake, sing a song! Arise, Barak, and take away your captives, O son of Abinoam.
13. उस समय थोड़े से रईस प्रजा समेत उतर पड़े; यहोवा शूरवीरों के विरूद्ध मेरे हित उतर आया।
13. 'Then survivors came down to the nobles; The people of the LORD came down to me as warriors.
14. एप्रैम में से वे आए जिसकी जड़ अमालेक में है; हे बिन्यामीन, तेरे पीछे तेरे दलों में, माकीर में से हाकिम, और जबूलून में से सेनापति दण्ड लिए हुए उतरे;
14. 'From Ephraim those whose root is in Amalek [came down], Following you, Benjamin, with your peoples; From Machir commanders came down, And from Zebulun those who wield the staff of office.
15. और इस्साकार के हाकिम दबोरा के संग हुए, जैसा इस्साकार वैसा ही बाराक भी था; उसके पीछे लगे हुए वे तराई में झपटकर गए। रूबेन की नदियों के पास बड़े बड़े काम मन में ठाने गए।।
15. 'And the princes of Issachar [were] with Deborah; As [was] Issachar, so [was] Barak; Into the valley they rushed at his heels; Among the divisions of Reuben [There were] great resolves of heart.
16. तू चरवाहों का सीटी बजाना सुनने को भेड़शालों के बीच क्यों बैठा रहा? रूबेन की नदियों के पास बड़े बड़े काम सोचे गए।।
16. 'Why did you sit among the sheepfolds, To hear the piping for the flocks? Among the divisions of Reuben [There were] great searchings of heart.
17. गिलाद यरदन पार रह गया; और दान क्यों जहाजों में रह गया? आशेर समुद्र के तीर पर बैठा रहा, और उसकी खाड़ियों के पास रह गया।।
17. 'Gilead remained across the Jordan; And why did Dan stay in ships? Asher sat at the seashore, And remained by its landings.
18. जबलून अपने प्राण पर खेलनेवाले लोग ठहरे; नप्ताली भी देश के ऊंचे ऊंचे स्थानों पर वैसा ही ठहरा।
18. 'Zebulun [was] a people who despised their lives [even] to death, And Naphtali also, on the high places of the field.
19. राजा आकर लड़े, उस समय कनान के राजा मगिद्दॊ के सोतों के पास तानाक में लड़े; पर रूपयों का कुछ लाभ न पाया।।प्रकाशितवाक्य 16:16
19. 'The kings came [and] fought; Then fought the kings of Canaan At Taanach near the waters of Megiddo; They took no plunder in silver.
20. आकाश की ओर से भी लड़ाई हुई; वरन ताराओं ने अपने अपने मण्डल से सीसरा से लड़ाई की।।
20. 'The stars fought from heaven, From their courses they fought against Sisera.
21. कीशोन नदी ने उनको बहा दिया, अर्थात् वही प्राचीन नदी जो कीशोन नदी है। हे मन, हियाव बान्धे आगे बढ़।।
21. 'The torrent of Kishon swept them away, The ancient torrent, the torrent Kishon. O my soul, march on with strength.
22. उस समय घोड़े के खुरों से टाप का शब्द होने लगा, उनके बलिष्ट घोड़ों के कूदने से यह हूआ।।
22. 'Then the horses' hoofs beat From the dashing, the dashing of his valiant steeds.
23. यहोवा का दूत कहता है, कि मेरोज को शाप दो, उसके निवासियों को भारी शाप दो, क्योंकि वे यहोवा की सहायता करने को, शूरवीरों के विरूद्ध यहोवा की सहायता करने को न आए।।
23. 'Curse Meroz,' said the angel of the LORD, 'Utterly curse its inhabitants; Because they did not come to the help of the LORD, To the help of the LORD against the warriors.'
24. सब स्त्रियों में से केनी हेबेर की स्त्री याएल धन्य ठहरेगी; डेरों में से रहनेवाली सब स्त्रियों में वह धन्य ठहरेगी।।लूका 1:42
24. 'Most blessed of women is Jael, The wife of Heber the Kenite; Most blessed is she of women in the tent.
25. सीसरा ने पानी मांगा, उस ने दूध दिया, रईसों के योग्य बर्तन में वह मक्खन ले आई।।
25. 'He asked for water [and] she gave him milk; In a magnificent bowl she brought him curds.
26. उस ने अपना हाथ खूंटी की ओर अपना दहिना हाथ बढ़ई के हथौड़े की ओर बढ़ाया; और हथौड़े से सीसरा को मारा, उसके सिर को फोड़ डाला, और उसकी कनपटी को आरपार छेद दिया।।
26. 'She reached out her hand for the tent peg, And her right hand for the workmen's hammer. Then she struck Sisera, she smashed his head; And she shattered and pierced his temple.
27. उस स्त्री के पांवो पर वह झुका, वह गिरा, वह पड़ा रहा; उस स्त्री के पांवो पर वह झुका, वह गिरा; जहां झुका, वहीं मरा पड़ा रहा।।
27. 'Between her feet he bowed, he fell, he lay; Between her feet he bowed, he fell; Where he bowed, there he fell dead.
28. खिड़की में से एक स्त्री झांककर चिल्लाई, सीसरा की माता ने झिलमिली की ओट से पुकारा, कि उसके रथ के आने में इतनी देर क्यों लगी? उसके रथों के पहियों को अबेर क्यों हुई है?
28. 'Out of the window she looked and lamented, The mother of Sisera through the lattice, 'Why does his chariot delay in coming? Why do the hoofbeats of his chariots tarry?'
29. उसी बुद्धिमान प्रतिष्ठित स्त्रियों ने उसे उत्तर दिया, वरन उस ने अपने आप को इस प्रकार उत्तर दिया,
29. 'Her wise princesses would answer her, Indeed she repeats her words to herself,
30. कि क्या उन्हों ने लूट पाकर बांट नहीं ली? क्या एक एक पुरूष को एक एक वरन दो दो कुंवारियां; और सीसरा को रंगे हुए वस्त्रा की लूट, वरन बूटे काढ़े हुए रंगीले वस्त्रा की लूट, और लूटे हुओं के गले में दोनों ओर बूटे काढ़े हुए रंगीले वस्त्रा नहीं मिले?
30. 'Are they not finding, are they not dividing the spoil? A maiden, two maidens for every warrior; To Sisera a spoil of dyed work, A spoil of dyed work embroidered, Dyed work of double embroidery on the neck of the spoiler?'
31. हे यहोवा, तेरे सब शत्रु ऐसे ही नाश हो जाएं! परन्तु उसके प्रेमी लोग प्रताप के साथ उदय होते हुए सूर्य के समान तेजोमय हों।। फिर देश में चालीस वर्ष तक शान्ति रही।।प्रकाशितवाक्य 1:16
31. 'Thus let all Your enemies perish, O LORD; But let those who love Him be like the rising of the sun in its might.' And the land was undisturbed for forty years.