12. और चौथे स्वर्गदूत ने तुरही फूंकी, और सूर्य की एक तिहाई, और चान्द की एक तिहाई और तारों की एक तिहाई पर आपत्ति आई, यहां तक कि उन का एक तिहाई अंग अन्धेरा हो गया और दिन की एक तिहाई में उजाला न रहा, और वैसे ही रात में भी।।
यशायाह 13:10, यहेजकेल 32:7-8, योएल 2:10, योएल 3:15
12. When the fourth angel blew his trumpet, a third of the sun, a third of the moon, and a third of the stars were struck. They each lost a third of their light. So during a third of the day there was no light, and a third of the night was also without light.