3. क्योंकि अन्यजातियों की इच्छा के अनुसार काम करने, और लुचपन की बुरी अभिलाषाओं, मतवालापन, लीलाक्रीड़ा, पियक्कड़पन, और घृणित मूत्तिपूजा में जहां तक हम ने पहिले से समय गंवाया, वही बहुत हुआ।
3. For it should suffice us that during the time past of [our] life we had done the will of the Gentiles, when we conversed in lasciviousness, lusts, drunkenness, gluttony, orgies, and abominable idolatries.