11. हे भाइयों, एक दूसरे की बदनामी न करो, जो अपने भाई की बदनामी करता है, या भाई पर दोष लगाता है, वह व्यवस्था की बदनामी करता है, और व्यवस्था पर दोष लगाता है, तो तू व्यवस्था पर चलनेवाला नहीं, पर उस पर हाकिम ठहरा।
11. Brothers, stop speaking against each other! Whoever speaks against a brother or judges a brother is speaking against [Torah] and judging [Torah]. And if you judge [Torah], you are not a doer of what [Torah] says, but a judge.