7. उस ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊंचे शब्द से पुकार पुकारकर, और आंसू बहा बहाकर उस से जो उस को मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएं और बिनती की और भक्ति के कारण उस की सुनी गई।
7. During his life on earth, he offered up prayer and entreaty, with loud cries and with tears, to the one who had the power to save him from death, and, winning a hearing by his reverence,