17. हे भाइयों, जब हम थोड़ी देर के लिये मन में नहीं बरन प्रगट में तुम से अलग हो गए थे, तो हम ने बड़ी लालसा के साथ तुम्हारा मुंह देखने के लिये और भी अधिक यत्न किया।
17. But we, brethren, having been taken away from you for a short time in presence, not in heart, endeavored more eagerly, with great desire, to see your face.