8. निदान, हे भाइयों, जो जो बातें सत्य हैं, और जो जो बातें आदरनीय हैं, और जो जो बातें उचित हैं, और जो जो बातें पवित्रा हैं, और जो जो बातें सुहावनी हैं, और जो जो बातें मनभावनी हैं, निदान, जो जो सदगुण और प्रशंसा की बातें हैं, उन्हीं पर ध्यान लगया करो।
8. mettuku sahodarulaaraa, ye yogyathayainanu meppainanu undinayedala, evi satyamainavo, evi maanya mainavo, evi nyaayamainavo, evi pavitramainavo, evi ramyamainavo, evi khyaathigalavo, vaatimeeda dhyaana munchukonudi.