Deuteronomy - व्यवस्थाविवरण 7 | View All

1. फिर जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उस देश में जिसके अधिकारी होने को तू जाने पर है पहुंचाए, और तेरे साम्हने से हित्ती, गिर्गाशी, एमोरी, कनानी, परिज्जी, हिव्वी, और यबूसी नाम, बहुत सी जातियों को अर्थात् तुम से बड़ी और सामर्थी सातों जातियों को निकाल दे,
प्रेरितों के काम 13:19

1. WHEN THE Lord your God brings you into the land which you are entering to possess and has plucked away many nations before you, the Hittites, the Girgashites, the Amorites, the Canaanites, the Perizzites, the Hivites, and the Jebusites, seven nations greater and mightier than you,

2. और तेरा परमेश्वर यहोवा उन्हें तेरे द्वारा हरा दे, और तू उन पर जय प्राप्त कर ले; तब उन्हें पूरी रीति से नष्ट कर डालना; उन से न वाचा बान्धना, और न उन पर दया करना।

2. And when the Lord your God gives them over to you and you smite them, then you must utterly destroy them. You shall make no covenant with them, or show mercy to them.

3. और न उन से ब्याह शादी करना, न तो उनकी बेटी को अपने बेटे के लिये ब्याह लेना।

3. You shall not make marriages with them; your daughter you shall not give to his son nor shall you take his daughter for your son,

4. क्योंकि वे तेरे बेटे को मेरे पीछे चलने से बहकाएंगी, और दूसरे देवताओं की उपासना करवाएंगी; और इस कारण यहोवा का कोप तुम पर भड़क उठेगा, और वह तुझ को शीघ्र सत्यानाश कर डालेगा।

4. For they will turn away your sons from following Me, that they may serve other gods; so will the anger of the Lord be kindled against you and He will destroy you quickly.

5. उन लोगों से ऐसा बर्ताव करना, कि उनकी वेदियों को ढा देना, उनकी लाठों को तोड़ डालना, उनकी अशेरा नाम मूर्त्तियों को काट काटकर गिरा देना, और उनकी खुदी हुई मूत्तियों को आग में जला देना।

5. But thus shall you deal with them: you shall break down their altars and dash in pieces their pillars and hew down their Asherim [symbols of the goddess Asherah] and burn their graven images with fire.

6. क्योंकि तू अपने परमेश्वर यहोवा की पवित्रा प्रजा है; यहोवा ने पृथ्वी भर के सब देशों के लोगों में से तुझ को चुन लिया है कि तू उसकी प्रजा और निज धन ठहरे।
रोमियों 9:4, तीतुस 2:14, 1 पतरस 2:9

6. For you are a holy and set-apart people to the Lord your God; the Lord your God has chosen you to be a special people to Himself out of all the peoples on the face of the earth.

7. यहोवा ने जो तुम से स्नेह करके तुम को चुन लिया, इसका कारण यह नहीं था कि तुम गिनती में और सब देशों के लोगों से अधिक थे, किन्तु तुम तो सब देशों के लोगों से गिनती में थोड़े थे;

7. The Lord did not set His love upon you and choose you because you were more in number than any other people, for you were the fewest of all people.

8. यहोवा ने जो तुम को बलवन्त हाथ के द्वारा दासत्व के घर में से, और मि के राजा फिरौन के हाथ से छुड़ाकर निकाल लाया, इसका यही करण है कि वह तुम से प्रेम रखता है, और उस शपथ को भी पूरी करना चाहता है जो उस ने तुम्हारे पूर्वजों से खाई थी।

8. But because the Lord loves you and because He would keep the oath which He had sworn to your fathers, the Lord has brought you out with a mighty hand and redeemed you out of the house of bondage, from the hand of Pharaoh king of Egypt.

9. इसलिये जान रख कि तेरा परमेश्वर यहोवा ही परमेश्वर है, वह विश्वासयोग्य ईश्वर है; और जो उस से प्रेम रखते और उसकी आज्ञाएं मानते हैं उनके साथ वह हजार पीढ़ी तक अपनी वाचा पालता, और उन पर करूणा करता रहता है;
1 कुरिन्थियों 1:9, 1 कुरिन्थियों 10:13

9. Know, recognize, and understand therefore that the Lord your God, He is God, the faithful God, Who keeps covenant and steadfast love and mercy with those who love Him and keep His commandments, to a thousand generations,

10. और जो उस से बैर रखते हैं वह उनके देखते उन से बदला लेकर नष्ट कर डालता है; अपने बैरी के विषय में विलम्ब न करेगा, उसके देखते ही उस से बदला लेगा।

10. And repays those who hate Him to their face, by destroying them; He will not be slack to him who hates Him, but will requite him to his face.

11. इसलिये इन आज्ञाओं, विधियों, और नियमों को, जो मैं आज तुझे चिताता हूं, मानने में चौकसी करना।।

11. You shall therefore keep and do the instruction, laws, and precepts which I command you this day.

12. और तुम जो इन नियमों को सुनकर मानोगे और इन पर चलोगे, तो तेरा परमेश्र यहोवा भी करूणामय वाचा को पालेगा जिसे उस ने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर बान्धी थी;

12. And if you hearken to these precepts and keep and do them, the Lord your God will keep with you the covenant and the steadfast love which He swore to your fathers.

13. और वह तुझ से प्रेम रखेगा, और तुझे आशीष देगा, और गिनती में बढ़ाएगा; और जो देश उस ने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर तुझे देने को कहा है उस में वह तेरी सन्तान पर, और अन्न, नये दाखमधु, और टटके तेल आदि, भूमि की उपज पर आशीष दिया करेगा, और तेरी गाय- बैल और भेड़- बकरियों की बढ़ती करेगा।

13. And He will love you, bless you, and multiply you; He will also bless the fruit of your body and the fruit of your land, your grain, your new wine, and your oil, the increase of your cattle and the young of your flock in the land which He swore to your fathers to give you.

14. तू सब देशों के लोगों से अधिक धन्य होगा; तेरे बीच में न पुरूष न स्त्री निर्वंश होगी, और तेरे पशुओं में भी ऐसा कोई न होगा।

14. You shall be blessed above all peoples; there shall not be male or female barren among you, or among your cattle.

15. और यहोवा तुझ से सब प्रकार के रोग दूर करेगा; और मि की बुरी बुरी व्याधियां जिन्हें तू जानता है उन में से किसी को भी तुझे लगने न देगा, ये सब तेरे बैरियों ही को लगेंगे।

15. And the Lord will take away from you all sickness, and none of the evil diseases of Egypt which you knew will He put upon you, but will lay them upon all who hate you.

16. और देश देश के जितने लोगों को तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे वश में कर देगा, तू उन सभों को सत्यानाश करना; उन पर तरस की दृष्टि न करना, और न उनके देवताओं की उपासना करना, नहीं तो तू फन्दे में फंस जाएगा।

16. And you shall consume all the peoples whom the Lord your God will give over to you; your eye shall not pity them, neither shall you serve their gods, for that would be a snare to you.

17. यदि तू अपने मन में सोचे, कि वे जातियां जो मुझ से अधिक हैं; तो मैं उनको क्योंकर देश से निकाल सकूंगा?

17. If you say in your [minds and] hearts, These nations are greater than we are; how can we dispossess them?

18. तौभी उन से न डरना, जो कुछ तेरे परमेश्वर यहोवा ने फिरौन से और सारे मि से किया उसे भली भांति स्मरण रखना।

18. You shall not be afraid of them, but remember [earnestly] what the Lord your God did to Pharaoh and to all Egypt,

19. जो बड़े बड़े परीक्षा के काम तू ने अपनी आंखों से देखे, और जिन चिन्हों, और चमत्कारों, और जिस बलवन्त हाथ, और बढ़ाई हुई भुजा के द्वारा तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ को निकाल लाया, उनके अनुसार तेरा परमेश्वर यहोवा उन सब लोगों से भी जिन से तू डरता है करेगा।

19. The great trials which your eyes saw, the signs, the wonders, the mighty hand and the outstretched arm by which the Lord your God brought you out. So shall the Lord your God do to all the people of whom you are afraid.

20. इस से अधिक तेरा परमेश्वर यहोवा उनके बीच बर्रे भी भेजेगा, यहां तक कि उन में से जो बचकर छिप जाएंगे वे भी तेरे साम्हने से नाश हो जाएंगे।

20. Moreover, the Lord your God will send the hornet among them until those who are left and hide themselves from you are destroyed.

21. उस से भय न खाना; क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे बीच में है, और वह महान् और भय योग्य ईश्वर है।

21. You shall not dread them, for the Lord your God is among you, a mighty and terrible God.

22. तेरा परमेश्वर यहोवा उन जातियों को तेरे आगे से धीरे धीरे निकाल देगा; तो तू एक दम से उनका अन्त न कर सकेगा, नहीं तो बनैले पशु बढ़कर तेरी हानि करेंगे।

22. And the Lord your God will clear out those nations before you, little by little; you may not consume them quickly, lest the beasts of the field increase among you.

23. तौभी तेरा परमेश्वर यहोवा उनको तुझ से हरवा देगा, और जब तक वे सत्यानाश न हो जाएं तब तक उनको अति व्याकुल करता रहेगा।

23. But the Lord your God will give them over to you and will confuse them with a mighty panic until they are destroyed.

24. और वह उनके राजाओं को तेरे हाथ में करेगा, और तू उनका भी नाम धरती पर से मिटा डालेगा; उन में से कोई भी तेरे साम्हने खड़ा न रह सकेगा, और अन्त में तू उन्हें सत्यानाश कर डालेगा।

24. And He will give their kings into your hand, and you shall make their name perish from under the heavens; there shall no man be able to stand before you, until you have destroyed them.

25. उनके देवताओं की खुदी हुई मूर्त्तियां तुम आग में जला देना; जो चांदी वा सोना उन पर मढ़ा हो उसका लालच करके न ले लेना, नहीं तो तू उसके कारण फन्दे में फंसेगा; क्योंकि ऐसी वस्तुएं तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं।

25. The graven images of their gods you shall burn with fire. You shall not desire the silver or gold that is on them, nor take it for yourselves, lest you be ensnared by it, for it is an abomination to the Lord your God.

26. और कोई घृणित वस्तु अपने घर में न ले आना, नहीं तो तू भी उसके समान नष्ट हो जाने की वस्तु ठहरेगा; उसे सत्यानाश की वस्तु जानकर उस से घृणा करना और उसे कदापि न चाहना; क्योंकि वह अशुद्ध वस्तु है।

26. Neither shall you bring an abomination (an idol) into your house, lest you become an accursed thing like it; but you shall utterly detest and abhor it, for it is an accursed thing.



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