2. परन्तु हम ने लज्जा के गुप्त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, परन्तु सत्य को प्रगट करके, परमेश्वर के साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं।
2. And we have given up the secret things of shame, not walking in false ways, and not making use of the word of God with deceit; but by the revelation of what is true, as before God, we have the approval of every man's sense of right and wrong.