12. अब हमें दर्पण में धुंधला सा दिखाई देता है; परन्तु उस समय आमने साम्हने देखेंगे, इस समय मेरा ज्ञान अधूरा है; परन्तु उस समय ऐसी पूरी रीति से पहिचानूंगा, जैसा मैं पहिचाना गया हूं।
12. For we see, as yet, through a dim window, obscurely, but, then, face to face: as yet, I gain knowledge, in part, but, then, shall I fully know, even as I was also fully known.