2. और यदि मैं भविष्यद्वाणी कर सकूं, और सब भेदों और सब प्रकार के ज्ञान को समझूं, और मुझे यहां तक पूरा विश्वास हो, कि मैं पहाड़ों को हटा दूं, परन्तु प्रेम न रखूं, तो मैं कुछ भी नहीं।
2. pravachinchu krupaavaramu kaligi marmamulanniyu gnaanamanthayu eriginavaadanainanu, kondalanu pekalimpagala paripoorna vishvaasamugalavaadanainanu, premalenivaadanaithe nenu vyarthudanu.