39. यह देखकर, वह फरीसी जिस ने उसे बुलाया था, अपने मन में सोचने लगा, यदि यह भविष्यद्वक्ता होता तो जान लेता, कि यह जो उसे छू रही है, वह कौन और कैसी स्त्री है? क्यशेंकि वह तो पापिनी है।
39. And the Pharisee, who had invited him, seeing it, spoke within himself, saying: This man, if he were a prophet, would know surely who and what manner of woman this is that toucheth him, that she is a sinner.