37. जो कोई मेरे नाम से ऐसे बालकों में से किसी एक को भी ग्रहण करता है, वह मुझे ग्रहण करता है; और जो कोई मुझे ग्रहण करता, वह मुझे नहीं, बरन मेरे भेजनेवाले को ग्रहण करता है।।
37. Whosoever, unto, one of these children, shall give welcome, upon my name, unto me, giveth welcome; and, whosoever, unto me, giveth welcome, not, unto me, giveth welcome, but, unto him that sent me.