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1. फिर वह दृष्टान्त में उन से बातें करने लगा: कि किसी मनुष्य ने दाख की बारी लगाई, और उसके चारों ओर बाड़ा बान्धा, और रस का कुंड खोदा, और गुम्मट बनाया; और किसानों को उसका ठीका देकर परदेश चला गया।यशायाह 5:1-7
1. Then He began to speak to them in parables: 'A man planted a vineyard, put a fence around it, dug out a pit for a winepress, and built a watchtower. Then he leased it to tenant farmers and went away.
2. फिर फल के मौसम में उस ने किसानों के पास एक दास को भेजा कि किसान से दाख की बारी के फलों का भाग ले।
2. At harvest time he sent a slave to the farmers to collect some of the fruit of the vineyard from the farmers.
3. पर उन्हों ने उसे पकड़कर पीटा और छूछे हाथ लौटा दिया।यहोशू 22:5
3. But they took him, beat him, and sent him away empty-handed.
4. फिर उस ने एक और दास को उन के पास भेजा और उन्हों ने उसका सिर फोड़ डाला और उसका अपमान किया।
4. Again he sent another slave to them, and they hit him on the head and treated him shamefully.
5. फिर उस ने एक और को भेजा, और उन्हों ने उसे मार डाला: तब उस ने और बहुतों को भेजा: उन में से उन्हों ने कितनो को पीटा, और कितनों को मार डाला।
5. Then he sent another, and they killed that one. [He] also [sent] many others; they beat some and they killed some.
6. अब एक ही रह गया था, जो उसका प्रिय पुत्रा था; अन्त में उस ने उसे भी उन के पास यह सोचकर भेजा कि वे मेरे पुत्रा का आदर करेंगे।
6. He still had one to send, a beloved son. Finally he sent him to them, saying, 'They will respect my son.'
7. पर उन किसानों ने आपस में कहा; यही तो वारिस है; आओ, हम उसे मार डालें, तब मीरास हमारी हो जाएगी।
7. 'But those tenant farmers said among themselves, 'This is the heir. Come, let's kill him, and the inheritance will be ours!'
8. और उन्हों ने उसे पकड़कर मार डाला, और दाख की बारी के बाहर फेंक दिया।
8. So they seized him, killed him, and threw him out of the vineyard.
9. इसलिये दाख की बारी का स्वामी क्या करेगा? वह आकर उन किसानों को नाश करेगा, और दाख की बारी औरों को दे देगा।
9. Therefore, what will the owner of the vineyard do? He will come and destroy the farmers and give the vineyard to others.
10. क्या तुम ने पवित्रा शास्त्रा में यह वचन नहीं पढ़ा, कि जिस पत्थर को राजमिस्त्रायों ने निकम्मा ठहराया था, वही कोने का सिरा हो गया?भजन संहिता 118:22-23
10. Haven't you read this Scripture: The stone that the builders rejected-- this has become the cornerstone.
11. यह प्रभु की ओर से हुआ, और हमारी दुष्टि मे अद्भुत है।भजन संहिता 118:22-23
11. This came from the Lord and is wonderful in our eyes?'
12. तब उन्हों ने उसे पकड़ना चाहा; क्योंकि समझ गए थे, कि उस ने हमारे विरोध में यह दृष्टान्त कहा है: पर वे लोगों से डरे; और उसे छोड़ कर चले गए।।
12. Because they knew He had said this parable against them, they were looking for a way to arrest Him, but they were afraid of the crowd. So they left Him and went away.
13. तब उन्हों ने उसे बातों में फंसाने के लिये कई एक फरीसियों और हेरोदियों को उसके पास भेजा।
13. Then they sent some of the Pharisees and the Herodians to Him to trap Him by what He said.
14. और उन्हों ने आकर उस से कहा; हे गुरू, हम जानते हैं, कि तू सच्चा है, और किसी की परवा नहीं करता; क्योंकि तू मनुष्यों का मुंह देख कर बातें नहीं करता, परन्तु परमेश्वर का मार्ग सच्चाई से बताता है।
14. When they came, they said to Him, 'Teacher, we know You are truthful and defer to no one, for You don't show partiality but teach truthfully the way of God. Is it lawful to pay taxes to Caesar or not?
15. तो क्या कैसा को कर देना उचित है, कि नहीं? हम दें, या न दें? उस ने उन का कपट जानकर उन से कहा; मुझे क्यों परखते हो? एक दीनार मेरे पास लाओ, कि मैं देखूं।
15. Should we pay, or should we not pay?' But knowing their hypocrisy, He said to them, 'Why are you testing Me? Bring Me a denarius to look at.'
16. वे ले आए, और उस ने उन से कहा; यह मूर्ति और नाम किस का है? उन्हों ने कहा, कैसर का।
16. So they brought one. 'Whose image and inscription is this?' He asked them. 'Caesar's,' they said.
17. यीशु ने उन से कहा; जो कैसर का है वह कैसर को, और जो परमेश्वर का है परमेश्वर को दो: तब वे उस पर बहुत अचम्भा करने लगे।।
17. Then Jesus told them, 'Give back to Caesar the things that are Caesar's, and to God the things that are God's.' And they were amazed at Him.
18. फिर सदूकियों ने भी, जो कहते हैं कि मरे हुओं का जी उठना है ही नहीं, उसके पास आकर उसे पूछा।
18. Some Sadducees, who say there is no resurrection, came to Him and questioned Him:
19. कि हे गुरू, मूसा ने हमारे लिये लिखा है, कि यदि किसी का भाई बिना सन्तान मर जाए, और उस की पत्नी रह जाए, तो उसका भाई उस की पत्नी को ब्याह ले और अपने भाई के लिये वंश उत्पन्न करे : सात भाई थे।उत्पत्ति 38:8, व्यवस्थाविवरण 25:5
19. 'Teacher, Moses wrote for us that if a man's brother dies, leaves his wife behind, and leaves no child, his brother should take the wife and produce offspring for his brother.
20. पहिला भाई ब्याह करके बिना सन्तान मर गया।
20. There were seven brothers. The first took a wife, and dying, left no offspring.
21. तब दूसरे भाई ने उस स्त्री को ब्याह लिया और बिना सन्तान मर गया; और वैसे ही तीसरे ने भी।
21. The second also took her, and he died, leaving no offspring. And the third likewise.
22. और सातों से सन्तान न हुई: सब के पीछे वह स्त्री भी मर गई।
22. The seven also left no offspring. Last of all, the woman died too.
23. सो जी उठने पर वह उन में से किस की पत्नी होगी? क्योंकि वह सातों की पत्नी हो चुकी थी।
23. In the resurrection, when they rise, whose wife will she be, since the seven had married her?'
24. यीशु ने उन से कहा; क्या तुम इस कारण से भूल में नहीं पड़े हो, कि तुम न तो पवित्रा शास्त्रा ही को जानते हो, और न परमेश्वर की सामर्थ को।
24. Jesus told them, 'Are you not deceived because you don't know the Scriptures or the power of God?
25. क्योंकि जब वे मरे हुओं में से जी उठेंगे, तो उन में ब्याह शादी न होगी; पर स्वर्ग में दूतों की नाई होंगे।
25. For when they rise from the dead, they neither marry nor are given in marriage but are like angels in heaven.
26. मरे हुओं के जी उठने के विषय में क्या तुम ने मूसा की पुस्तक में झाड़ी की कथा में नही पढ़ा, कि परमेश्वर ने उस से कहा, मैं इब्राहीम का परमेश्वर, और इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूं?निर्गमन 3:2, निर्गमन 3:6, निर्गमन 3:16
26. Now concerning the dead being raised-- haven't you read in the book of Moses, in the passage about the burning bush, how God spoke to him: I am the God of Abraham and the God of Isaac and the God of Jacob?
27. परमेश्वर मरे हुओं का नहीं, वरन जीवतों का परमेश्वर है: सो तुम बड़ी भूल में पड़े हो।।
27. He is not God of the dead but of the living. You are badly deceived.'
28. और शास्त्रियों में से एक ने आकर उन्हें विवाद करते सुना, और यह जानकर कि उस ने उन्हें अच्छी रीति से उत्तर दिया; उस से पूछा, सब से मुख्य आज्ञा कौन सी है?
28. One of the scribes approached. When he heard them debating and saw that Jesus answered them well, he asked Him, 'Which commandment is the most important of all?'
29. यीशु ने उसे उत्तर दिया, सब आज्ञाओं में से यह मुख्य है; हे इस्राएल सुन; प्रभु हमारा परमेश्वर एक ही प्रभु है।व्यवस्थाविवरण 6:4-5, यहोशू 22:5
29. This is the most important,' Jesus answered: Listen, Israel! The Lord our God, The Lord is One.
30. और तू प्रभु अपने परमेश्वर से अपने सारे मन से और अपने सारे प्राण से, और अपनी सारी बुद्धि से, और अपनी सारी शक्ति से प्रेम रखना।यहोशू 22:5
30. Love the Lord your God with all your heart, with all your soul, with all your mind, and with all your strength.
31. और दूसरी यह है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना: इस से बड़ी और कोई आज्ञा नहीं।लैव्यव्यवस्था 19:18
31. The second is: Love your neighbor as yourself. There is no other commandment greater than these.'
32. शास्त्री ने उस से कहा; हे गुरू, बहुत ठीक! तू ने सच कहा, कि वह एक ही है, और उसे छोड़ और कोई नहीं।व्यवस्थाविवरण 4:35, 1 शमूएल 15:22, यशायाह 45:21
32. Then the scribe said to Him, 'You are right, Teacher! You have correctly said that He is One, and there is no one else except Him.
33. और उस से सारे मन और सारी बुद्धि और सारे प्राण और सारी शक्ति के साथ प्रेम रखना और पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना, सारे होमों और बलिदानों से बढ़कर है।होशे 6:6, व्यवस्थाविवरण 4:35, 1 शमूएल 15:22, यशायाह 45:21
33. And to love Him with all your heart, with all your understanding, and with all your strength, and to love your neighbor as yourself, is far more [important] than all the burnt offerings and sacrifices.'
34. जब यीशु ने देखा कि उस ने समझ से उत्तर दिया, तो उस से कहा; तू परमेश्वर के राज्य से दूर नहीं: और किसी को फिर उस से कुछ पूछने का साहस न हुआ।।
34. When Jesus saw that he answered intelligently, He said to him, 'You are not far from the kingdom of God.' And no one dared to question Him any longer.
35. फिर यीशु ने मन्दिर में उपदेश करते हुए यह कहा, कि शास्त्री क्योंकर कहते हैं, कि मसीह दाऊद का पुत्रा है?
35. So Jesus asked this question as He taught in the temple complex, 'How can the scribes say that the Messiah is the Son of David?
36. दाऊद ने आपही पवित्रा आत्मा में होकर कहा है, कि प्रभु ने मेरे प्रभु से कहा; मेरे दाहिने बैठ, जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पांवों की पीढ़ी न कर दूं।भजन संहिता 110:1
36. David himself says by the Holy Spirit: The Lord declared to my Lord, 'Sit at My right hand until I put Your enemies under Your feet.'
37. दाऊद तो आप ही उसे प्रभु कहता है, फिर वह उसका पुत्रा कहां से ठहरा? और भीड़ के लोग उस की आनन्द से सुनते थे।।
37. David himself calls Him 'Lord'; how then can the Messiah be his Son?' And the large crowd was listening to Him with delight.
38. उस ने अपने उपदेश में उन से कहा, शस्त्रियों से चौकस रहो, जो लम्बे वस्त्रा पहिने हुए फिरना।
38. He also said in His teaching, 'Beware of the scribes, who want to go around in long robes, and who want greetings in the marketplaces,
39. और बाजारों में नमस्कार, और आराधनालयों में मुख्य मुख्य आसन और जेवनारों में मुख्य मुख्य स्थान भी चाहते हैं।
39. the front seats in the synagogues, and the places of honor at banquets.
40. वे विधवाओं के घरों को खा जाते हैं, और दिखाने के लिये बड़ी देर तक प्रार्थना करते रहते हैं, ये अधिक दण्ड पाएंगे।।
40. They devour widows' houses and say long prayers just for show. These will receive harsher punishment.'
41. और वह मन्दिर के भण्डार के साम्हने बैठकर देख रहा था, कि लोग मन्दिर के भण्डार में किस प्रकार पैसे डालते हैं, और बहुत धनवानों ने बहुत कुछ डाला।2 राजाओं 12:9
41. Sitting across from the temple treasury, He watched how the crowd dropped money into the treasury. Many rich people were putting in large sums.
42. इतने में एक कंगाल विधवा ने आकर दो दमड़ियां, जो एक अधेले के बराबर होती है, डाली।
42. And a poor widow came and dropped in two tiny coins worth very little.
43. तब उस ने अपने चेलों को पास बुलाकर उन से कहा; मैं तुम से सच कहता हूं, कि मन्दिर के भण्डार में डालने वालों में से इस कंगाल विधवा ने सब से बढ़कर डाला है।
43. Summoning His disciples, He said to them, 'I assure you: This poor widow has put in more than all those giving to the temple treasury.
44. क्योंकि सब ने अपने धन की बढ़ती में से डाला है, परन्तु इस ने अपनी घटी में से जो कुछ उसका था, अर्थात् अपनी सारी जीविका डाल दी है।
44. For they all gave out of their surplus, but she out of her poverty has put in everything she possessed-- all she had to live on.'