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1. फिर सेनाओं के यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,
1. A message came from [ADONAI-Tzva'ot]:
2. सेनाओं का यहोवा यों कहता है: सिरयोन के लिये मुझे बड़ी जलन हुई वरन बहुत ही जलजलाहट मुझ में उत्पन्न हुई है।
2. [ADONAI-Tzva'ot] says, 'I am extremely jealous on Tziyon's behalf, and I am jealous for her with great fury.'
3. यहोवा यों कहता है, मैं सिरयोन में लौट आया हूं, और यरूशेलम के बीच में वास किए रहूंगा, और यरूशलेम की सच्चाई का नगर कहलाएगा, और सेनाओं के यहोवा का पर्वत, पवित्रा पर्वत कहलाएगा।
3. ADONAI says, 'I am returning to Tziyon, and I will live in Yerushalayim. Then Yerushalayim will be called Truth City, [ADONAI-Tzva'ot]'s Mountain, the Mountain of the Holy One.
4. सेनाओं का यहोवा यों कहता है, यरूशलेम के चौकों में फिर बूढ़े और बूढ़ियां बहुत आयु की होने के कारण, अपने अपने हाथ में लाठी लिए हुए बैठा करेंगी।
4. [ADONAI-Tzva'ot] says, 'Old men and old women will once again sit in the open places of Yerushalayim, each one with his cane in his hand, because of their great age.
5. और नगर में चौक खेलनेवाले लड़कों और लड़कियों से भरे रहेंगे।
5. The city's open places will also be full of boys and girls playing there.'
6. सेनाओं का याहोवा यों कहता है, चाहे उन दिनों में यह बात इन बचे हुओं की दृष्टि में अनोखी ठहरे, परन्तु क्या मेरी दृष्टि में भी यह अनोखी ठहरेगी, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है?मत्ती 19:26, मरकुस 10:27
6. [ADONAI-Tzva'ot] says, 'This may seem amazing to the survivors in those days, but must it also seem amazing to me?' says [ADONAI-Tzva'ot].
7. सेनाओं का यहोवा यों कहता है, देखो, मैं अपनी प्रजा का उद्धार करके उसे पूरब से और पच्छिम से ले आऊंगा;
7. [ADONAI-Tzva'ot] says, 'I will save my people from lands east and west;
8. और मैं उन्हें ले आकर यरूशलेम के बीच में बसाऊंगा; और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे और मैं उनका परमेश्वर ठहरूंगा, यह तो सच्चाई और धर्म के साथ होगा।।
8. I will bring them back, and they will live in Yerushalayim. They will be my people; and I will be their God, with faithfulness and justice.'
9. सेनाओं का यहोवा यों कहता है, तुम इन दिनों में ये वचन उन भविष्यद्वक्ताओं के मुख से सुनते हो जो सेनाओं के यहोवा के भवन की नेव डालने के समय अर्थात् मन्दिर के बनने के समय में थे।
9. '[ADONAI-Tzva'ot] says, 'Take courage, you who are hearing only now, in these days, these words spoken by the prophets when the foundation was being laid for rebuilding the temple, the house of [ADONAI-Tzva'ot].
10. उन दिनों के पहिले, न तो मनुष्य की मजदूरी मिलती थी और न पशु का भाड़ा, वरन सतानेवालों के कारण न तो आनेवाले को चैन मिलता था और न जानेवाले को; क्योंकि मैं सब मनुष्यों से एक दूसरे पर चढ़ाई कराता था।
10. For prior to that time, there were wages neither for people nor for animals; moreover, it was unsafe for anyone to go out or come in, because of the enemy; for I set all people each against the other.
11. परन्तु अब मैं इस प्रजा के बचे हुओं से ऐसा बर्ताव न करूंगा जैसा कि अगले दिनों में करता था, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।
11. But from now on, I will not treat the remnant of this people as I did before,' says [ADONAI-Tzva'ot.]
12. क्योंकि अब शान्ति के समय की उपज अर्थात् दाखलता फला करेंगी, पृथ्वी अपनी उपज उपजाया करेगी, और आकाश से ओस गिरा करेगी; क्योंकि मैं अपनी इस प्रजा के बचे हुओं को इन सब का अधिकारी कर दूंगा।
12. 'Now they will sow in peace, the vine will give its fruit, the ground will produce its yield, the sky will give its dew, and I will cause the remnant of this people to possess all these things.
13. और हे यहूदा के घराने, और इस्राएल के घराने, जिस प्रकार तुम अन्यजातियों के बीच शाप के कारण थे उसी प्रकार मैं तुम्हारा उद्धार करूंगा, और तुम आशीष के कारण होगे। इसलिये तुम मत डरो, और न तुम्हारे हाथ ढीले पड़ने पाएं।।
13. House of Y'hudah and house of Isra'el, just as you were formerly a curse among the nations, so now I will save you; and you will be a blessing. Don't be afraid, but take courage!'
14. क्योंकि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, जिस प्रकार जब तुम्हारे पुरखा मुझे रिस दिलाते थे, तब मैं ने उनकी हानि करने के लिये ठान लिया था और फिर न पछताया,
14. For [ADONAI-Tzva'ot] says, 'Just as I resolved to do you harm when your forefathers provoked me,' [ADONAI-Tzva'ot] says, 'and I did not relent;
15. उसी प्रकार मैं ने इन दिनों में यरूशलेम की और यहूदा के घराने की भलाई करने को ठाना है; इसलिये तुम मत डरो।
15. so now, I resolve to do good to Yerushalayim and to the house of Y'hudah. Don't be afraid!
16. जो जो काम तुम्हें करना चाहिये, वे ये हैं: एक दूसरे के साथ सत्य बोला करना, अपनी कचहरियों में सच्चाई का और मेलमिलाप की नीति का न्याय करना,इफिसियों 4:25
16. These are the things you are to do: speak the truth to each other; in your courts, administer justice that is true and conducive to peace;
17. और अपने अपने मन में एक दूसरे की हानि की कल्पना न करना, और झूठी शपथ से प्रीति न रखना, क्योंकि इन सब कामों से मैं धृणा करता हूं, यहोवा की यही वाणी है।।1 कुरिन्थियों 13:5
17. don't plot harm against each other; and don't love perjury; for all these are things I hate,' says ADONAI.'
18. फिर सेनाओं के यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,
18. This word of [ADONAI-Tzva'ot] came to me:
19. सेनाओं का यहोवा यों कहता है: चौथे, पांचवें, सातवें और दसवें महीने में जो जो उपवास के दिन होते हैं, वे यहूदा के घराने के लिये हर्ष और आनन्द और उत्सव के पर्वों के दिन हो जाएगें; इसलिये अब तुम सच्चाई और मेलमिलाप से प्रीति रखो।।
19. '[ADONAI-Tzva'ot] says, 'The fast days of the fourth, fifth, seventh and tenth months are to become times of joy, gladness and cheer for the house of Y'hudah. Therefore, love truth and peace.'
20. सेनाओं का यहोवा यों कहता है, ऐसा समय आनेवाला है कि देश देश के लोग और बहुत नगरों के रहनेवाले आएंगे।
20. '[ADONAI-Tzva'ot] says, 'In the future, peoples and inhabitants of many cities will come;
21. और एक नगर के रहनेवाले दूसरे नगर के रहनेवालों के पास जाकर कहेंगे, यहोवा से बिनती करने और सेनाओं के यहोवा को ढूंढ़ने के लिये चलो; मैं भी चलूंगा।
21. the inhabitants of one city will travel to another and say, 'We must go to ask ADONAI's favor and consult [ADONAI-Tzva'ot]. I'll go too.'
22. बहुत से देशों के वरन सामर्थी जातियों के लोग यरूशलेम में सेनाओं के यहोवा को ढूंढ़ने और यहोवा से बिनती करने के लिये आएंगे।
22. Yes, many peoples and powerful nations will come to consult [ADONAI-Tzva'ot] in Yerushalayim and to ask ADONAI's favor.'
23. सेनाओं का यहोवा यों कहता है: उस दिनों में भांति भांति की भाषा बोलनेवाली सब जातियों में से दस मनुष्य, एक यहूदी पुरूष के वस्त्रा की छोर को यह कहकर पकड़ लेंगे, कि, हम तुम्हारे संग चलेंगे, क्योंकि हम ने सुना है कि परमेश्वर तुम्हारे साथ है।।1 कुरिन्थियों 14:25
23. [ADONAI-Tzva'ot] says, 'When that time comes, ten men will take hold- speaking all the languages of the nations- will grab hold of the cloak of a Jew and say, 'We want to go with you, because we have heard that God is with you.'''