17. वे सर्प की नाईं मिट्टी चाटेंगी, और भूमि पर रेंगनेवाले जन्तुओं की भांति अपने बिलों में से कांपती हुई निकलेंगी; हे हमारे परमेश्वर यहोवा के पास थरथराती हुई आएंगी, और वे तुझ से डरेंगी।।
17. they shall lick the dust like a serpent, like the crawling things of the earth; they shall come trembling out of their strongholds, they shall turn in dread to the LORD our God, and they shall fear because of thee.