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Cross Reference Bible
1. फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
1. আর সদাপ্রভু মোশিকে কহিলেন,
2. तू हारून और उसके पुत्रों के वस्त्रों, और अभिषेक के तेल, और पापबलि के बछड़े, और दोनों मेढ़ों, और अखमीरी रोटी की टोकरी को
2. তুমি হারোণকে ও তাহার সহিত তাহার পুত্রগণকে, এবং বস্ত্র সকল, অভিষেকার্থক তৈল ও পাপার্থক বলির গোবৎস, দুই মেষ ও তাড়ীশূন্য রুটীর ডালি সঙ্গে লও,
3. मिलापवाले तम्बू के द्वार पर ले आ, और वहीं सारी मण्डली को इकट्ठा कर।
3. আর সমাগম-তাম্বুর দ্বারসমীপে সমস্ত মণ্ডলীকে একত্র কর।
4. यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार मूसा ने किया; और मण्डली मिलापवाले तम्बू के द्वार पर इकट्ठी हुई।
4. তাহাতে মোশি সদাপ্রভুর আজ্ঞানুসারে সেইরূপ করিলেন; এবং সমাগম-তাম্বুর দ্বারসমীপে মণ্ডলী সমবেত হইল।
5. तब मूसा ने मण्डली से कहा, जो काम करने की आज्ञा यहोवा ने दी है वह यह है।
5. তখন মোশি মণ্ডলীকে কহিলেন, সদাপ্রভু এই কর্ম্ম করিতে আজ্ঞা করিলেন।
6. फिर मूसा ने हारून और उसके पुत्रों को समीप ले जाकर जल से नहलाया।
6. পরে মোশি হারোণ ও তাঁহার পুত্রগণকে নিকটে আনিয়া জলে স্নান করাইলেন।
7. तब उस ने उनको अंगरखा पहिनाया, और कटिबन्द लपेटकर बागा पहिना दिया, और एपोद लगाकर एपोद के काढ़े हुए पटुके से एपोद को बान्धकर कस दिया।
7. আর হারোণকে অঙ্গরক্ষিণী পরাইলেন, কটিবন্ধনে বদ্ধকটি করিলেন, তাঁহার গাত্রে পরিচ্ছদ, ও তাঁহার উপরে এফোদ দিলেন, এবং এফোদের বুনানি করা পটুকাতে গাত্র বেষ্টন করিয়া তাহার সঙ্গে এফোদখানি বদ্ধ করিলেন।
8. और उस ने उनके चपरास लगाकर चमरास में ऊरीम और तुम्मीम रख दिए।
8. আর তাঁহার বক্ষে বুকপাটা দিলেন, এবং বুকপাটায় ঊরীম ও তুম্মীম বদ্ধ করিলেন।
9. तब उस ने उसके सिर पर पगड़ी बान्धकर पगड़ी के साम्हने पर सोने के टीके को, अर्थात् पवित्रा मुकुट को लगाया, जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी।
9. আর তাঁহার মস্তকে উষ্ণীষ দিলেন, ও তাঁহার কপালে উষ্ণীষের উপরে স্বর্ণময় পাতের পবিত্র মুকুট দিলেন; যেমন সদাপ্রভু মোশিকে আজ্ঞা দিয়াছিলেন।
10. तब मूसा ने अभिषेक का तेल लेकर निवास का और जो कुछ उस में था उन सब को भी अभिषेक करके उन्हें पवित्रा किया।
10. পরে মোশি অভিষেকার্থ তৈল লইয়া আবাস ও তাহার মধ্যস্থিত সকল বস্তু অভিষেক করিয়া পবিত্র করিলেন।
11. और उस तेल में से कुछ उस ने वेदी पर सात बार छिड़का, और कुल सामान समेत वेदी का और पाए समेत हौदी का अभिषेक करके उन्हें पवित्रा किया।
11. আর তাহার কিছু লইয়া বেদির উপরে সাত বার ছিটাইয়া দিলেন, এবং বেদি ও তৎসংক্রান্ত সকল পাত্র, প্রক্ষালনপাত্র ও তাহার খুরা পবিত্র করণার্থে অভিষেক করিলেন।
12. और उस ने अभिषेक के तेल में से कुछ हारून के सिर पर डालकर उसका अभिषेक करके उसे पवित्रा किया।
12. পরে অভিষেকার্থ তৈলের কিঞ্চিৎ হারোণের মস্তকে ঢালিয়া তাঁহাকে পবিত্র করণার্থে অভিষেক করিলেন।
13. फिर मूसा ने हारून के पुत्रों को समीप ले आकर, अंगरखे पहिनाकर, फेटे बान्ध के उनके सिर पर टोपी रख दी, जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी।
13. পরে মোশি হারোণের পুত্রগণকে নিকটে আনিয়া তাহাদিগকেও অঙ্গরক্ষিণী পরাইলেন, কটিবন্ধনে বদ্ধকটি করিলেন, ও তাহাদের মাথায় শিরোভূষণ বাঁধিয়া দিলেন; যেমন সদাপ্রভু মোশিকে আজ্ঞা দিয়াছিলেন।
14. तब वह पापबलि के बछड़े को समीप ले गया; और हारून और उसके पुत्रों ने अपने अपने हाथ पापबलि के बछड़े के सिर पर रखें
14. পরে মোশি পাপার্থক বলির গোবৎস আনিলেন, এবং হারোণ ও তাঁহার পুত্রগণ সেই পাপার্থক বলির গোবৎসের মস্তকে হস্তার্পণ করিলেন।
15. तब वह बलि किया गया, और मूसा ने लोहू को लेकर उंगली से वेदी के चारों सींगों पर लगाकर पवित्रा किया, और लोहू को वेदी के पाए पर उंडेल दिया, और उसके लिये प्रायश्चित्त करके उसको पवित्रा किया।इब्रानियों 9:21
15. তখন তিনি তাহা হনন করিলেন, এবং মোশি তাহার রক্ত লইয়া, অঙ্গুলি দ্বারা বেদির চারিদিকে শৃঙ্গে দিয়া বেদিকে মুক্তপাপ করিলেন, এবং বেদির মূলে রক্ত ঢালিয়া দিলেন, ও তাহার জন্য প্রায়শ্চিত্ত করণার্থে তাহা পবিত্র করিলেন।
16. और मूसा ने अंतड़ियों पर की सब चरबी, और कलेजे पर की झिल्ली, और चरबी समेत दोनों गुर्दों को लेकर वेदी पर जलाया।
16. পরে তিনি অন্ত্রের উপরিস্থ সমস্ত মেদ, ও যকৃতের অন্ত্রাপ্লাবক এবং দুই মেটিয়া ও তাহার মেদ লইলেন, ও মোশি তাহা বেদির উপরে দগ্ধ করিলেন।
17. ओर बछड़े में से जो कुछ शेष रह गया उसको, अर्थात् गोबर समेत उसकी खाल और मांस को उस ने छावनी से बाहर आग में जलाया, जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी।
17. আর তিনি চর্ম্ম, মাংস ও গোময়শুদ্ধ গোবৎসটী লইয়া গিয়া শিবিরের বাহিরে অগ্নিতে পোড়াইয়া দিলেন; যেমন সদাপ্রভু মোশিকে আজ্ঞা দিয়াছিলেন।
18. फिर वह होमबलि के मेढ़े को समीप ले गया, और हारून और उसके पुत्रों ने अपने अपने हाथ मेंढ़े के सिर पर रखे।
18. পরে তিনি হোমার্থক মেষটী আনিলেন; আর হারোণ ও তাঁহার পুত্রগণ সেই মেষের মস্তকে হস্তার্পণ করিলেন।
19. तब वह बलि किया गया, और मूसा ने उसका लोहू वेदी पर चारों ओर छिड़का।इब्रानियों 9:21
19. আর তিনি তাহা হনন করিলেন, এবং মোশি বেদির উপরে চারিদিকে তাহার রক্ত প্রক্ষেপ করিলেন।
20. किया गया, और मूसा ने सिर ओर चरबी समेत टुकड़ों को जलाया।
20. আর তিনি মেষটী খণ্ড খণ্ড করিলেন, এবং মোশি তাহার মস্তক, মাংসখণ্ডসমূহ ও মেদ দগ্ধ করিলেন।
21. तब अंतड़ियां और पांव जल से धोये गए, और मूसा ने पूरे मेढ़े को वेदी पर जलाया, और वह सुखदायक सुगन्ध देने के लिये होमबलि और यहोवा के लिये हव्य हो गया, जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी।
21. পরে তিনি তাহার অন্ত্র ও পদ জলে ধৌত করিলেন, এবং মোশি সমস্ত মেষটী বেদির উপরে দগ্ধ করিলেন; ইহা সৌরভার্থক হোমবলি; ইহা সদাপ্রভুর উদ্দেশে অগ্নিকৃত উপহার; যেমন সদাপ্রভু মোশিকে আজ্ঞা দিয়াছিলেন।
22. फिर वह दूसरे मेढ़े को जो संस्कार का मेढ़ा था समीप ले गया, और हारून और उसके पुत्रों ने अपने अपने हाथ मेढ़े के सिर पर रखे।
22. পরে তিনি দ্বিতীয় মেষ অর্থাৎ হস্তপূরণার্থক মেষটী আনিলেন; এবং হারোণ ও তাঁহার পুত্রগণ ঐ মেষের মস্তকে হস্তার্পণ করিলেন।
23. तब वह बलि किया गया, और मूसा ने उसके लोहू में से कुछ लेकर हारून के दहिने कान के सिरे पर और उसके दहिने हाथ और दहिने पांव के अंगूठों पर लगाया।
23. আর তিনি তাহাকে হনন করিলেন, এবং মোশি তাহার কিঞ্চিৎ রক্ত লইয়া হারোণের দক্ষিণ কর্ণের প্রান্তে ও দক্ষিণ হস্তের অঙ্গুষ্ঠের উপরে ও দক্ষিণ পাদের অঙ্গুষ্ঠের উপরে দিলেন।
24. और वह हारून के पुत्रों को समीप ले गया, और लोहू में से कुछ एक एक के दहिने कान के सिरे पर और दहिने हाथ ओर दहिने पांव के अंगूठों पर लगाया; और मूसा ने लोहू को वेदी पर चारों ओर छिड़का।
24. পরে তিনি হারোণের পুত্রগণকে নিকটে আনিলেন, ও মোশি সেই রক্তের কিঞ্চিৎ লইয়া তাহাদের দক্ষিণ কর্ণের প্রান্তে, দক্ষিণ হস্তের অঙ্গুষ্ঠের উপরে ও দক্ষিণ পাদের অঙ্গুষ্ঠের উপরে দিলেন, এবং মোশি অবশিষ্ট রক্ত বেদির উপরে চারিদিকে প্রক্ষেপ করিলেন।
25. और उस ने चरबी, और मोटी पूंछ, ओर अंतड़ियों पर की सब चरबी, और कलेजे पर की झिल्ली समेत दोनों गुर्दे, और दहिनी जांघ, ये सब लेकर अलग रखे;
25. পরে তিনি মেদ ও লাঙ্গুল এবং অন্ত্রোপরিস্থ সমস্ত মেদ ও যকৃতের উপরিস্থ অন্ত্রাপ্লাবক এবং দুই মেটিয়া, তাহার মেদ ও দক্ষিণ জঙ্ঘা লইলেন।
26. ओर अखमीरी रोटी की टोकरी जो यहोवा के आगे रखी गई थी उस में से एक रोटी, और तेल से सने हुए मैदे का एक फुलका, और एक रोटी लेकर चरबी और दहिनी जांघ पर रख दी;
26. পরে সদাপ্রভুর সম্মুখে স্থিত তাড়ীশূন্য রুটীর ডালি হইতে একখানি তাড়ীশূন্য পিষ্টক, তৈলপক্ব রুটীর একখানি পিষ্টক ও একখানি সরুচাকলী লইয়া ঐ মেদের ও দক্ষিণ জঙ্ঘার উপরে রাখিলেন।
27. और ये सब वस्तुएं हारून और उसके पुत्रों के हाथों पर धर दी गई, और हिलाने की भेंट के लिये यहोवा के साम्हने हिलाई गई।
27. আর হারোণের ও তাঁহার পুত্রগণের হস্তে সে সকল দিয়া সদাপ্রভুর সম্মুখে দোলনীয় নৈবেদ্যের জন্য দোলাইলেন।
28. और मूसा ने उन्हें फिर उनके हाथों पर से लेकर उन्हें वेदी पर होमबलि के ऊपर जलाया, यह सुखदायक सुगन्ध देने के लिये संस्कार की भेंट और यहोवा के लिये हव्य था।
28. পরে মোশি তাঁহাদের হস্ত হইতে সে সকল লইয়া বেদিতে হোমবলির উপরে দগ্ধ করিলেন; এই সকল সৌরভার্থক, হস্তপূরণের নৈবেদ্য, ইহা সদাপ্রভুর উদ্দেশে অগ্নিকৃত উপহার হইল।
29. तब मूसा ने छाती को लेकर हिलाने की भेंट के लिये यहोवा के आगे हिलाया; और संस्कार के मेढ़ें में से मूसा का भाग यही हुआ जैसा यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी।
29. পরে মোশি বক্ষঃ লইয়া সদাপ্রভুর সম্মুখে দোলনীয় নৈবেদ্যের জন্য দোলাইলেন; ইহা হস্তপূরণার্থক মেষ হইতে মোশির অংশ হইল; যেমন সদাপ্রভু মোশিকে আজ্ঞা দিয়াছিলেন।
30. और मूसा ने अभिषेक के तेल ओर वेदी पर के लोहू, दोनों में से कुछ लेकर हारून और उसके वस्त्रों पर, और उसके पुत्रों और उनके वस्त्रों पर भी छिड़का; और उस ने वस्त्रों समेत हारून को ओर वस्त्रों समेत उसके पुत्रों को भी पवित्रा किया।
30. পরে মোশি অভিষেকার্থ তৈল হইতে ও বেদির উপরিস্থ রক্ত হইতে কিঞ্চিৎ লইয়া হারোণের উপরে, তাঁহার বস্ত্রের উপরে, এবং সেই সঙ্গে তাঁহার পুত্রগণের উপরে ও তাঁহাদের বস্ত্রের উপরে ছিটাইয়া দিয়া হারোণকে ও তাঁহার বস্ত্র সকল এবং সেই সঙ্গে তাঁহার পুত্রগণকে ও তাঁহাদের বস্ত্র সকল পবিত্র করিলেন।
31. और मूसा ने हारून और उसके पुत्रों से कहा, मांस को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर पकाओ, और उस रोटी को जो संस्कार की टोकरी में है वहीं खाओ, जैसा मैं ने आज्ञा दी है, कि हारून और उसके पुत्रा उसे खाएं।
31. পরে মোশি হারোণ ও তাঁহার পুত্রগণকে কহিলেন, তোমরা সমাগম-তাম্বুর দ্বারে [বলির] মাংস সিদ্ধ কর; এবং “হারোণ ও তাঁহার পুত্রগণ তাহা ভোজন করিবেন,” আমার এই আজ্ঞানুসারে তোমরা সেই স্থানে তাহা এবং হস্তপূরণার্থক ডালিতে স্থিত রুটী ভোজন কর।
32. और मांस और रोटी में से जो शेष रह जाए उसे आग में जला देना।
32. পরে অবশিষ্ট মাংস ও রুটী লইয়া অগ্নিতে পোড়াইয়া দেও।
33. और जब तक तुम्हारे संस्कार के दिन पूरे न हों तब तक, अर्थात् सात दिन तक मिलापवाले तम्बू के द्वार के बाहर न जाना, क्योंकि वह सात दिन तक तुम्हारा संस्कार करता रहेगा।
33. আর তোমরা সাত দিন, অর্থাৎ তোমাদের হস্তপূরণের সমাপ্তিদিন পর্য্যন্ত, সমাগম-তাম্বুর দ্বার হইতে বাহির হইও না; কারণ তিনি সাত দিন তোমাদের হস্তপূরণ করিবেন।
34. जिस प्रकार आज किया गया है वैसा ही करने की आज्ञा यहोवा ने दी है, जिस से तुम्हारा प्रायश्चित्त किया जाए।
34. অদ্য যেরূপ করা গিয়াছে, তোমাদের নিমিত্তে প্রায়শ্চিত্ত করণার্থে তদ্রূপ করিবার আজ্ঞা সদাপ্রভু দিয়াছেন।
35. इसलिये तुम मिलापवाले तम्बू के द्वार पर सात दिन तक दिन रात ठहरे रहना, और यहोवा की आज्ञा को मानना, ताकि तुम मर न जाओ; क्योंकि ऐसी की आज्ञा मुझे दी गई है।
35. তোমরা যেন মারা না পড়, এই জন্য সাত দিন পর্য্যন্ত সমাগম-তাম্বুর দ্বারে দিবারাত্র থাকিবে; এবং সদাপ্রভুর রক্ষণীয় রক্ষা করিবে; কেননা আমি এইরূপ আজ্ঞা পাইয়াছি।
36. तब यहोवा की इन्हीं सब आज्ञाओं के अनुसार जो उस ने मूसा के द्वारा दी थीं हारून ओर उसके पुत्रों ने उनका पालन किया।।
36. সদাপ্রভু মোশি দ্বারা যেরূপ আজ্ঞা করিয়াছিলেন, হারোণ ও তাঁহার পুত্রগণ সে সমস্তই পালন করিলেন।