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Cross Reference Bible
1. फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
1. The LORD gave the following regulations to Moses.
2. यदि कोई यहोवा का विश्वासघात करके पापी ठहरे, जैसा कि धरोहर, वा लेनदेन, वा लूट के विषय में अपने भाई से छल करे, वा उस पर अन्धेर करे,
2. An offering is to be made if any of you sin against the LORD by refusing to return what another Israelite has left as a deposit or by stealing something from him or by cheating him
3. वा पड़ी हुई वस्तु को पाकर उसके विषय झूठ बोले और झूठी शपथ भी खाए; ऐसी कोई भी बात क्यों न हो जिसे करके मनुष्य पापी ठहरते हैं,
3. or by lying about something that has been lost and swearing that you did not find it.
4. तो जब वह ऐसा काम करके दोषी हो जाए, तब जो भी वस्तु उस ने लूट, वा अन्धेर करके, वा धरोहर, वा पड़ी पाई हो;
4. When you sin in any of these ways, you must repay whatever you got by dishonest means. On the day you are found guilty, you must repay the owner in full, plus an additional 20 percent.
5. चाहे कोई वस्तु क्यों न हो जिसके विषय में उस ने झूठी शपथ खाई हो; तो वह उसको पूरा पूरा लौटा दे, और पांचवां भाग भी बढ़ाकर भर दे, जिस दिन यह मालूम हो कि वह दोषी है, उसी दिन वह उस वस्तु को उसके स्वामी को लौटा दे।
5. (SEE 6:4)
6. और वह यहोवा के सम्मुख अपना दोषबलि भी ले आए, अर्थात् एक निर्दोष मेढ़ा दोषबलि के लिये याजक के पास ले आए, वह उतने ही दाम का हो जितना याजक ठहराए।
6. You shall bring to the priest as your repayment offering to the LORD a male sheep or goat without any defects. Its value is to be determined according to the official standard.
7. इस प्रकार याजक उसके लिये यहोवा के साम्हने प्रायश्चित्त करे, और जिस काम को करके वह दोषी हो गया है उसकी क्षमा उसे मिलेगी।।
7. The priest shall offer the sacrifice for your sin, and you will be forgiven.
8. फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
8. The LORD commanded Moses
9. हारून और उसके पुत्रों को आज्ञा देकर यह कह, कि होमबलि की व्यवस्था यह है; अर्थात् होमबलि ईधन के ऊपर रात भर भोर तब वेदी पर पड़ा रहे, और वेदी की अग्नि वेदी पर जलती रहे।
9. to give Aaron and his sons the following regulations for burnt offerings. A burnt offering is to be left on the altar all night long, and the fire is to be kept burning.
10. और याजक अपने सनी के वस्त्रा और अपने तन पर अपनी सनी की जांघिया पहिनकर होमबलि की राख, जो आग के भस्म करने से वेदी पर रह जाए, उसे उठाकर वेदी के पास रखे।
10. Then the priest, wearing his linen robe and linen shorts, shall remove the greasy ashes left on the altar and put them at the side of the altar.
11. तब वह अपने वस्त्रा उतारकर दूसरे वस्त्रा पहिनकर राख को छावनी से बाहर किसी शुद्ध स्थान पर ले जाए।
11. Then he shall change his clothes and take the ashes outside the camp to a ritually clean place.
12. और वेदी पर अग्नि जलती रहे, और कभी बुझने न पाए; और याजक भोर भोर उस पर लकड़ियां जलाकर होमबलि के टुकड़ों को उसके ऊपर सजाकर धर दे, और उसके ऊपर मेलबलियों की चरबी को जलाया करे।
12. The fire on the altar must be kept burning and never allowed to go out. Every morning the priest shall put firewood on it, arrange the burnt offering on it, and burn the fat of the fellowship offering.
13. वेदी पर आग लगातार जलती रहे; वह कभी बुझने न पाए।।
13. The fire must always be kept burning on the altar and never allowed to go out.
14. अन्नबलि की व्यवस्था इस प्रकार है, कि हारून के पुत्रा उसको वेदी के आगे यहोवा के समीप ले आएं।
14. The following are the regulations for grain offerings. An Aaronite priest shall present the grain offering to the LORD in front of the altar.
15. और वह अन्नबलि के तेल मिले हुए मैदे में से मुट्ठी भर और उस पर का सब लोबान उठाकर अन्नबलि के स्मरणार्थ के इस भाग को यहोवा के सम्मुख सुखदायक सुगन्ध के लिये वेदी पर जलाए।
15. Then he shall take a handful of the flour and oil, and the incense on it, and burn it on the altar as a token that all of it has been offered to the LORD. The odor of this offering is pleasing to the LORD.
16. और उस में से जो शेष रह जाए उसे हारून और उसके पुत्रा खा जाएं; वह बिना खमीर पवित्रा स्थान में खाया जाए, अर्थात् वे मिलापवाले तम्बू के आंगन में उसे खाएं।1 कुरिन्थियों 9:13
16. The priests shall eat the rest of it. It shall be made into bread baked without yeast and eaten in a holy place, the courtyard of the Tent of the LORD's presence. The LORD has given it to the priests as their part of the food offerings. It is very holy, like the sin offerings and the repayment offerings.
17. वह खमीर के साथ पकाया न जाए; क्योंकि मैं ने अपने हव्य में से उसको उनका निज भाग होने के लिये उन्हें दिया है; इसलिये जैसा पापबलि और दोषबलि परमपवित्रा है वैसा ही वह भी है।
17. (SEE 6:16)
18. हारून के वंश के सब पुरूष उस में से खा सकते हैं तुम्हारी पीढ़ी- पीढ़ी में यहोवा के हवनों में से यह उनका भाग सदैव बना रहेगा; जो कोई उन हवनों को छूए वह पवित्रा ठहरेगा।।
18. For all time to come any of the male descendants of Aaron may eat it as their continuing share of the food offered to the LORD. Anyone else who touches a food offering will be harmed by the power of its holiness.
19. फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
19. The LORD gave Moses the following regulations
20. जिस दिन हारून का अभिषेक हो उस दिन वह अपने पुत्रों के साथ यहोवा को यह चढ़ावा चढ़ाए; अर्थात् एपा का दसवां भाग मैदा नित्य अन्नबलि में चढ़ाए, उस में से आधा भोर को और आधा सन्ध्या के समय चढ़ाए।
20. for the ordination of an Aaronite priest. On the day he is ordained, he shall present as an offering to the LORD two pounds of flour (the same amount as the daily grain offering), half in the morning and half in the evening.
21. वह तवे पर तेल के साथ पकाया जाए; जब वह तेल से तर हो जाए तब उसे ले आना, इस अन्नबलि के पके हुए टुकडे यहोवा के सुखदायक सुगन्ध के लिये चढ़ाना।
21. It is to be mixed with oil and cooked on a griddle and then crumbled and presented as a grain offering, an odor pleasing to the LORD.
22. और उसके पुत्रों में से जो भी उस याजकपद पर अभिषिक्त होगा, वह भी उसी प्रकार का चढ़ावा चढ़ाया करे; यह विधी सदा के लिये है, कि यहोवा के सम्मुख वह सम्पूर्ण चढ़ावा जलाया जाये।
22. For all time to come this offering is to be made by every descendant of Aaron who is serving as High Priest. It shall be completely burned as a sacrifice to the LORD.
23. याजक के सम्पूर्ण अन्नबलि भी सब जलाए जाएं; वह कभी न खाया जाए।।
23. No part of a grain offering that a priest makes may be eaten; all of it must be burned.
24. फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
24. The LORD commanded Moses
25. हारून और उसके पुत्रों से यह कह, कि पापबलि की व्यवस्था यह है; अर्थात् जिस स्थान में होमबलिपशु वध किया जाता है उसी में पापबलिपशु भी यहोवा के सम्मुख बलि किया जाए; वह परमपवित्रा है।
25. to give Aaron and his sons the following regulations for sin offerings. The animal for a sin offering shall be killed on the north side of the altar, where the animals for the burnt offerings are killed. This is a very holy offering.
26. और जो याजक पापबलि चढ़ावे वह उसे खाए; वह पवित्रा स्थान में, अर्थात् मिलापवाले तम्बू के आँगन में खाया जाए।1 कुरिन्थियों 9:13
26. The priest who sacrifices the animal shall eat it in a holy place, the courtyard of the Tent of the LORD's presence.
27. जो कुछ उसके मांस से छू जाए, वह पवित्रा ठहरेगा; और यदि उसके लोहू के छींटे किसी वस्त्रा पर पड़ जाएं, तो उसे किसी पवित्रास्थान में धो देना।
27. Anyone or anything that touches the flesh of the animal will be harmed by the power of its holiness. If any article of clothing is spattered with the animal's blood, it must be washed in a holy place.
28. और वह मिट्टी का पात्रा जिस में वह पकाया गया हो तोड़ दिया जाए; यदि वह पीतल के पात्रा में सिझाया गया हो, तो वह मांजा जाए, और जल से धो लिया जाए।
28. Any clay pot in which the meat is boiled must be broken, and if a metal pot is used, it must be scrubbed and rinsed with water.
29. और याजकों में से सब पुरूष उसे खा सकते हैं;
29. Any male of the priestly families may eat this offering; it is very holy.
30. पर जिस पापबलिपशु के लोहू में से कुछ भी खून मिलापवाले तम्बू के भीतर पवित्रास्थान में प्रायश्चित्त करने को पहुंचाया जाए तब तो उसका मांस कभी न खाया जाए; वह आग में जला दिया जाए।।
30. But if any of the blood is brought into the Tent and used in the ritual to take away sin, the animal must not be eaten; it must be burned.