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Cross Reference Bible
1. तुम अपने लिये मूरतें न बनाना, और न कोई खुदी हुई मूर्ति वा लाट अपने लिये खड़ी करना, और न अपने देश में दण्डवत् करने के लिये नक्काशीदार पत्थर स्थापन करना; क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूं।
1. 'Do not make idols for yourselves, set up a carved image or sacred pillar for yourselves, or place a sculpted stone in your land to bow down to it, for I am the LORD your God.
2. तुम मेरे विश्रामदिनों का पालन करना और मेरे पवित्रास्थान का भय मानना; मैं यहोवा हूं।।
2. You must keep My Sabbaths and honor My sanctuary; I am the LORD.
3. यदि तुम मेरी विधियों पर चलो और मेरी आज्ञाओं को मानकर उनका पालन करो,
3. 'If you follow My statutes and faithfully observe My commands,
4. तो मैं तुम्हारे लिये समय समय पर मेंह बरसाऊंगा, तथा भूमि अपनी उपज उपजाएगी, और मैदान के वृक्ष अपने अपने फल दिया करेंगे;
4. I will give you rain at the right time, and the land will yield its produce, and the trees of the field will bear their fruit.
5. यहां तक कि तुम दाख तोड़ने के समय भी दावनी करते रहोगे, और बोने के समय भी भर पेट दाख तोड़ते रहोगे, और तुम मनमानी रोटी खाया करोगे, और अपने देश में निश्चिन्त बसे रहोगे।
5. Your threshing will continue until grape harvest, and the grape harvest will continue until sowing time; you will have plenty of food to eat and live securely in your land.
6. और मैं तुम्हारे देश में सुख चैन दूंगा, और तुम सोओगे और तुम्हारा कोई डरानेवाला न हो; और मैं उस देश में दुष्ट जन्तुओं को न रहने दूंगा, और तलवार तुम्हारे देश में न चलेगी।
6. I will give peace to the land, and you will lie down with nothing to frighten [you]. I will remove dangerous animals from the land, and no sword will pass through your land.
7. और तुम अपने शत्रुओं को मार भगा दोगे, और वे तुम्हारी तलवार से मारे जाएंगे।
7. You will pursue your enemies, and they will fall before you by the sword.
8. और तुम में से पांच मनुष्य सौ को और सौ मनुष्य दस हजार को खदेड़ेंगे; और तुम्हारे शत्रु तलवार से तुम्हारे आगे आगे मारे जाएंगे;
8. Five of you will pursue 100, and 100 of you will pursue 10,000; your enemies will fall before you by the sword.
9. और मैं तुम्हारी ओर कृपा दृष्टि रखूंगा और तुम को फलवन्त करूंगा और बढ़ाऊंगा, और तुम्हारे संग अपनी वाचा को पूर्ण करूंगा।
9. 'I will turn to you, make you fruitful and multiply you, and confirm My covenant with you.
10. और तुम रखे हुए पुराने अनाज को खाओगे, और नये के रहते भी पुराने को निकालोगे।
10. You will eat the old grain of the previous year and will clear out the old to make room for the new.
11. और मैं तुम्हारे बीच अपना निवासस्थान बनाए रखूंगा, और मेरा जी तुम से घृणा नहीं करेगा।2 कुरिन्थियों 6:16, प्रकाशितवाक्य 21:3
11. I will place My residence among you, and I will not reject you.
12. और मैं तुम्हारे मध्य चला फिरा करूंगा, और तुम्हारा परमेश्वर बना रहूंगा, और तुम मेरी प्रजा बने रहोगे।2 कुरिन्थियों 6:16, प्रकाशितवाक्य 21:3
12. I will walk among you and be your God, and you will be My people.
13. मैं तो तुम्हारा वह परमेश्वर यहोवा हूं, जो तुम को मि देश से इसलिये निकाल ले आया कि तुम मिस्त्रियों के दास न बने रहो; और मैं ने तुम्हारे जूए को तोड़ डाला है, और तुम को सीधा खड़ा करके चलाया है।।
13. I am the LORD your God, who brought you out of the land of Egypt, so that you would no longer be their slaves. I broke the bars of your yoke and enabled you to live in freedom.
14. यदि तुम मेरी न सुनोगे, और इन सब आज्ञाओं को न मानोगे,
14. 'But if you do not obey Me and observe all these commands--
15. और मेरी विधियों को निकम्मा जानोगे, और तुम्हारी आत्मा मेरे निर्णयों से घृणा करे, और तुम मेरी सब आज्ञाओं का पालन न करोगे, वरन मेरी वाचा को तोड़ोगे,
15. if you reject My statutes and despise My ordinances, and do not observe all My commands-- and break My covenant,
16. तो मैं तुम से यह करूंगा; अर्थात् मैं तुम को बेचैन करूंगा, और क्षयरोग और ज्वर से पीड़ित करूंगा, और इनके कारण तुम्हारी आंखे धुंधली हो जाएंगी, और तुम्हारा मन अति उदास होगा। और तुम्हारा बीच बोना व्यर्थ होगा, क्योंकि तुम्हारे शत्रु उसकी उपज खा लेंगे;
16. then I will do this to you: I will bring terror on you-- wasting disease and fever that will cause your eyes to fail and your life to ebb away. You will sow your seed in vain because your enemies will eat it.
17. और मैं भी तुम्हारे विरूद्ध हो जाऊंगा, और तुम अपने शत्रुओं से हार जाओगे; और तुम्हारे बैरी तुम्हारे ऊपर अधिकार करेंगे, और जब कोई तुम को खदेड़ता भी न होगा तब भी तुम भागोगे।
17. I will turn against you, so that you will be defeated by your enemies. Those who hate you will rule over you, and you will flee even though no one is pursuing you.
18. और यदि तुम इन बातों के उपरान्त भी मेरी न सुनो, तो मैं तुम्हारे पापों के कारण तुम्हें सातगुणी ताड़ना और दूंगा,
18. 'But if after these things you will not obey Me, I will proceed to discipline you seven times for your sins.
19. और मैं तुम्हारे बल का घमण्ड तोड़ डालूंगा, और तुम्हारे लिये आकाश को मानो लोहे का और भूमि को मानो पीतल की बना दूंगा;
19. I will break down your strong pride. I will make your sky like iron and your land like bronze,
20. और तुम्हारा बल अकारथ गंवाया जाएगा, क्योंकि तुम्हारी भूमि अपनी उपज न उपजाएगी, और मैदान के वृक्ष अपने फल न देंगे।
20. and your strength will be used up for nothing. Your land will not yield its produce, and the trees of the land will not bear their fruit.
21. और यदि तुम मेरे विरूद्ध चलते ही रहो, और मेरा कहना न मानों, तो मैं तुम्हारे पापों के अनुसार तुम्हारे ऊपर और सातगुणा संकट डालूंगा।प्रकाशितवाक्य 15:1-6-8, प्रकाशितवाक्य 21:9
21. 'If you act with hostility toward Me and are unwilling to obey Me, I will multiply your plagues seven times for your sins.
22. और मैं तुम्हारे बीच बन पशु भेजूंगा, जो तुम को निर्वंश करेंगे, और तुम्हारे घरेलू पशुओं को नाशकर डालेंगे, और तुम्हारी गिनती घटाएंगे, जिस से तुम्हारी सड़के सूनी पड़ जाएंगी।
22. I will send wild animals against you that will deprive you of your children, ravage your livestock, and reduce your numbers until your roads are deserted.
23. फिर यदि तुम इन बातों पर भी मेरी ताड़ना से न सुधरो, और मेरे विरूद्ध चलते ही रहो,
23. 'If in spite of these things you do not accept My discipline, but act with hostility toward Me,
24. तो मैं भी तुम्हारे विरूद्ध चलूंगा, और तुम्हारे पापों के कारण मैं आप ही तुम को सातगुणा मारूंगा।
24. then I will act with hostility toward you; I also will strike you seven times for your sins.
25. तो मैं तुम पर एक ऐसी तलवार चलवाऊंगा, जो वाचा तोड़ने का पूरा पूरा पलटा लेगी; और जब तुम अपने नगरों में जा जाकर इकट्ठे होगे तब मैं तुम्हारे बीच मरी फैलाऊंगा, और तुम अपने शत्रुओं के वश में सौंप दिए जाओगे।
25. I will bring a sword against you to execute the vengeance of the covenant. Though you withdraw into your cities, I will send a pestilence among you, and you will be delivered into enemy hands.
26. और जब मैं तुम्हारे लिये अन्न के आधार को दूर कर डालूंगा, तब दस स्त्रियां तुम्हारी रोटी एक ही तंदूर में पकाकर तौल तौलकर बांट देंगी; और तुम खाकर भी तृप्त न होगे।।
26. When I cut off your supply of bread, 10 women will bake your bread in a single oven and ration out your bread by weight, so that you will eat but not be satisfied.
27. फिर यदि तुम इसके उपरान्त भी मेरी न सुनोगे, और मेरे विरूद्ध चलते ही रहोगे,
27. 'And if in spite of this you do not obey Me but act with hostility toward Me,
28. तो मैं अपने न्याय में तुम्हारे विरूद्ध चलूंगा, और तुम्हारे पापों के कारण तुम को सातगुणी ताड़ना और भी दूंगा।
28. I will act with furious hostility toward you; I will also discipline you seven times for your sins.
29. और तुम को अपने बेटों और बेटियों का मांस खाना पड़ेगा।
29. You will eat the flesh of your sons; you will eat the flesh of your daughters.
30. और मैं तुम्हारे पूजा के ऊंचे स्थानों को ढा दूंगा, और तुम्हारे सूर्य की प्रतिमाएं तोड़ डालूंगा, और तुम्हारी लोथों को तुम्हारी तोड़ी हुई मूरतों पर फूंक दूंगा; और मेरी आत्मा को तुम से घृणा हो जाएगी।
30. I will destroy your high places, cut down your incense altars, and heap your dead bodies on the lifeless bodies of your idols; I will reject you.
31. और मैं तुम्हारे नगरों को उजाड़ दूंगा, और तुम्हारे पवित्रा स्थानों को उजाड़ दूंगा, और तुम्हारा सुखदायक सुगन्ध ग्रहण न करूंगा।
31. I will reduce your cities to ruins and devastate your sanctuaries. I will not smell the pleasing aroma of your [sacrifices].
32. और मैं तुम्हारे देश को सूना कर दूंगा, और तुम्हारे शत्रु जो उस में रहते हैं वे इन बातों के कारण चकित होंगे।
32. I also will devastate the land, so that your enemies who come to live there will be appalled by it.
33. और मैं तुम को जाति जाति के बीच तित्तर- बित्तर करूंगा, और तुम्हारे पीछे पीछे तलवार खीचें रहूंगा; और तुम्हारा देश सुना हो जाएगा, और तुम्हारे नगर उजाड़ हो जाएंगे।
33. But I will scatter you among the nations, and I will draw a sword [to chase] after you. So your land will become desolate, and your cities will become ruins.
34. तब जितने दिन वह देश सूना पड़ा रहेगा और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे उतने दिन वह अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा।
34. 'Then the land will make up for its Sabbath [years] during the time it lies desolate, while you are in the land of your enemies. At that time the land will rest and make up for its Sabbaths.
35. और जितने दिन वह सूना पड़ा रहेगा उतने दिन उसको विश्राम रहेगा, अर्थात् जो विश्राम उसको तुम्हारे वहां बसे रहने के समय तुम्हारे विश्रामकालों में न मिला होगा वह उसको तब मिलेगा।
35. As long as it lies desolate, it will have the rest it did not have during your Sabbaths when you lived there.
36. और तुम में से जो बच रहेंगे और अपने शत्रुओं के देश में होंगे उनके हृदय में मै कायरता उपजाऊंगा; और वे पत्ते के खड़कने से भी भाग जाएंगे, और वे ऐसे भागेंगे जैसे कोई तलवार से भागे, और किसी के बिना पीछा किए भी वे गिर गिर पड़ेंगे।
36. 'I will put anxiety in the hearts of those of you who survive in the lands of their enemies. The sound of a wind-driven leaf will put them to flight, and they will flee as one flees from a sword, and fall though no one is pursuing [them].
37. और जब कोई पीछा करनेवाला न हो तब भी मानों तलवार के भय से वे एक दूसरे से ठोकर खाकर गिरते जाएंगे, और तुम को अपने शत्रुओं के साम्हने ठहरने की कुछ शक्ति न होगी।
37. They will stumble over one another as if [fleeing] from a sword though no one is pursuing [them]. You will not be able to stand against your enemies.
38. तब तुम जाति जाति के बीच पहुंचकर नाश हो जाओगे, और तुम्हारे शत्रुओं की भूमि तुम को खा जाएगी।
38. You will perish among the nations; the land of your enemies will devour you.
39. और तुम में से जो बचे रहेंगे वे अपने शत्रुओं के देशों में अपने अधर्म के कारण गल जाएंगे; और अपने पुरखाओं के अधर्म के कामों के कारण भी वे उन्हीं की नाई गल जाएंगे।
39. Those who survive in the lands of your enemies will waste away because of their sin; they will also waste away because of their fathers' sins along with theirs.
40. तब वे अपने और अपने पितरों के अधर्म को मान लेंगे, अर्थात् उस विश्वासघात को जो वे मेरा करेंगे, और यह भी मान लेंगे, कि हम यहोवा के विरूद्ध चले थे,
40. 'But if they will confess their sin and the sin of their fathers-- their unfaithfulness that they practiced against Me, and how they acted with hostility toward Me,
41. इसी कारण वह हमारे विरूद्ध होकर हमें शत्रुओं के देश में ले आया है। यदि उस समय उनका खतनारहित हृदय दब जाएगा और वे उस समय अपने अधर्म के दण्ड को अंगीकार करेगें;प्रेरितों के काम 7:51
41. and I acted with hostility toward them and brought them into the land of their enemies-- and if their uncircumcised hearts will be humbled, and if they will pay the penalty for their sin,
42. तब जो वाचा मैं ने याकूब के संग बान्धी थी उसको मैं स्मरण करूंगा, और जो वाचा मैं ने इसहाक से और जो वाचा मैं ने इब्राहीम से बान्धी थी उनको भी स्मरण करूंगा, और इस देश को भी मैं स्मरण करूंगा।लूका 1:72-73
42. then I will remember My covenant with Jacob. I will also remember My covenant with Isaac and My covenant with Abraham, and I will remember the land.
43. और वह देश उन से रहित होकर सूना पड़ा रहेगा, और उनके बिना सूना रहकर भी अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा; और वे लोग अपने अधर्म के दण्ड को अंगीकार करेगें, इसी कारण से कि उन्हों ने मेरी आज्ञाओं का उलंघन किया था, और उनकी आत्माओं को मेरी विधियों से घृणा थी।
43. For the land abandoned by them will make up for its Sabbaths by lying desolate without the people, while they pay the penalty for their sin, because they rejected My ordinances and abhorred My statutes.
44. इतने पर भी जब वे अपने शत्रुओं के देश में होंगे, तब मैं उनको इस प्रकार नहीं छोडूंगा, और न उन से ऐसी घृणा करूंगा कि उनका सर्वनाश कर डालूं और अपनी उस वाचा को तोड़ दूं जो मैं ने उन से बान्धी है; क्योंकि मैं उनका परमेश्वर यहोवा हूं;
44. Yet in spite of this, while they are in the land of their enemies, I will not reject or abhor them so as to destroy them and break My covenant with them, since I am the LORD their God.
45. परन्तु मैं उनके भलाई के लिये उनके पितरों से बान्धी हुई वाचा को स्मरण करूंगा, जिन्हें मै अन्यजातियों की आंखों के साम्हने मि देश से निकालकर लाया कि मैं उनका परमेश्वर ठहरूं; मैं यहोवा हूं।।
45. For their sake I will remember the covenant with their fathers, whom I brought out of the land of Egypt in the sight of the nations to be their God; I am the LORD.'
46. जो जो विधियां और नियम और व्यवस्था यहोवा ने अपनी ओर से इस्त्राएलियों के लिये सीनै पर्वत पर मूसा के द्वारा ठहराई थीं वे ये ही हैं।।
46. These are the statutes, ordinances, and laws the LORD established between Himself and the Israelites through Moses on Mount Sinai.