Hosea - होशे 4 | View All

1. हे इस्राएलियों, यहोवा का वचन सुनो; इस देश के निवासियों के साथ यहोवा का मुक मा है। इस दंश में न तो कुछ सच्चाई है, न कुछ करूणा और न कुछ परमेश्वर का ज्ञान ही है।
प्रकाशितवाक्य 6:10

1. হে ইস্রায়েল-সন্তানগণ, তোমরা সদাপ্রভুর বাক্য শুন; কেননা দেশনিবাসীদের সহিত সদাপ্রভুর বিবাদ আছে, কারণ দেশে সত্য নাই, দয়া নাই, ঈশ্বরীয় জ্ঞানও নাই।

2. यहां शाप देने, झूठ बोलने, वध करने, चुराने, और व्यभिचार करने को छोड़ कुछ नहीं होता; वे व्यवस्था की सीमा को लांघकर कुकर्म करते हैं और खून ही खून होता रहता है।

2. শপথ, মিথ্যাবাক্য, নরহত্যা, চুরি ও ব্যভিচার চলিতেছে, লোকেরা অত্যাচার করে, এবং রক্তপাতের উপরে রক্তপাত হয়।

3. इस कारण यह देश विलाप करेगा, और मैदान के जीव- जन्तुओं, और आकाश के पक्षियों समेत उसके सब निवासी कुम्हला जाएंगे; और समुद्र की मछलियां भी नाश हो जाएंगी।।

3. এই জন্য দেশ শোকাকুল হইবে, এবং মাঠের পশু ও আকাশের পক্ষিশুদ্ধ দেশনিবাসিগণ সকলে ম্লান হইবে, আর সমুদ্রের মৎস্যদেরও সংহার হইবে।

4. देखो, कोई वाद- विवाद न करे, न कोई उलहना दे, क्योंकि तेरे लोग तो याजकों से वाद- विवाद करनेवालों के समान हैं।

4. তথাপি কেহ বিবাদ না করুক, ও কেহ অনুযোগ না করুক; কারণ তোমার জাতি যাজকের সহিত বিবাদকারী লোকদের তুল্য।

5. तू दिनदुपहरी ठोकर खाएगा, और रात को भविष्यद्वक्ता भी तेरे साथ ठोकर खाएगा; और मैं तेरी माता को नाश करूंगा।

5. আর তুমি দিবসে উছোট খাইবে, ও ভাববাদী রাত্রিকালে তোমার সহিত উছোট খাইবে, এবং আমি তোমার মাতাকে বিনাশ করিব।

6. मेरे ज्ञान के न होने से मेरी प्रजा नाश हो गई; तू ने मेरे ज्ञान को तुच्छ जाना है, इसलिये मैं तुझे अपना याजक रहने के अयोग्य ठहराऊंगा। और इसलिये कि तू ने अपने परमेश्वर की व्यवस्था को तज दिया है, मैं भी तेरे लड़केबालों को छोड़ दूंगा।

6. জ্ঞানের অভাব প্রযুক্ত আমার প্রজাগণ বিনষ্ট হইতেছে; তুমি ত জ্ঞান অগ্রাহ্য করিয়াছ, এই জন্য আমিও তোমাকে নিতান্ত অগ্রাহ্য করিলাম, তুমি আর আমার যাজক থাকিবে না; তুমি আপন ঈশ্বরের ব্যবস্থা ভুলিয়া গিয়াছ, আমিও তোমার সন্তানগণকে ভুলিয়া যাইব।

7. जैसे वे बढ़ते गए, वैसे ही वे मेरे विरूद्ध पाप करते गए; मैं उनके विभव के बदले उनका अनादर करूंगा।

7. তাহারা যত অধিক বৃদ্ধি পাইত, আমার বিরুদ্ধে তত অধিক পাপ করিত; আমি তাহাদের সম্মান অপমানে পরিণত করিব।

8. वे मेरी प्रजा के पापबलियों को खाते हैं, और प्रजा के पापी होने की लालसा करते हैं।

8. আমার প্রজাদের পাপ ইহাদের উপজীবিকা, আর ইহারা তাহাদের অপরাধে মন আসক্ত করে।

9. इसलिये जो प्रजा की दशा होगी, वही याजक की भी होगी; मैं उनके चालचलन का दण्ड दूंगा, और उनके कामों के अनुकूल उन्हें बदला दूंगा।

9. ঘটিবে এই, যেমন প্রজা তেমনি যাজক; আমি তাহাদিগকে প্রত্যেকের পথানুযায়ী দণ্ড দিব, ও প্রত্যেকের কার্য্যের প্রতিফল দিব।

10. वे खाएंगे तो सही, परन्तु तृप्त न होंगे, और वेश्यागमन तो करेंगे, परन्तु न बढ़ेंगे; क्योंकि उन्हों ने यहोवा की ओर मन लगाना छोड़ दिया है।।

10. তাহারা ভোজন করিবে, অথচ তৃপ্ত হইবে না; ব্যভিচার করিবে, অথচ বহুবংশ হইবে না; কেননা তাহারা সদাপ্রভুর প্রতি অবধান ত্যাগ করিয়াছে।

11. वेश्यागमन और दाखमधु और ताजा दाखमधु, ये तीनों बुद्धि को भ्रष्ट करते हैं।

11. ব্যভিচার, মদ্য ও নূতন দ্রাক্ষারস, এই সকল বুদ্ধি হরণ করে।

12. मेरी प्रजा के लोग काठ के पुतले से प्रश्न करते हैं, और उनकी छड़ी उनको भविष्य बताती है। क्योंकि छिनाला करानेवाली आत्मा ने उन्हें बहकाया है, और वे अपने परमेश्वर की अधीनता छोड़कर छिनाला करते हैं।

12. আমার প্রজাগণ আপনাদের কাষ্ঠখণ্ডের নিকট পরামর্শ জিজ্ঞাসা করে, ও তাহাদের যষ্টি তাহাদিগকে সংবাদ দেয়; কারণ ব্যভিচারের আত্মা তাহাদিগকে ভ্রান্ত করিয়াছে, আর তাহারা আপন ঈশ্বরের অধীনতা ছাড়িয়া ব্যভিচার করিতেছে।

13. बांज, चिनार और छोटे बांज वृक्षों की छाया अच्छी होती है, इसलिये वे उनके नीचे और पहाड़ों की चोटियों पर यज्ञ करते, और टीलों पर धूप जलाते हैं।। इस कारण तुम्हारी बेटियां छिनाल और तुम्हारी बहुएं व्यभिचारिणी हो गई हैं।

13. তাহারা পর্ব্বতশৃঙ্গের উপরে যজ্ঞ করে, এবং উপপর্ব্বতের উপরে অলোন, লিব্‌নী ও এলা বৃক্ষের তলে ধূপ জ্বালায়, কেননা তাহার ছায়া উত্তম। এই জন্য তোমাদের কন্যাগণ বেশ্যা হয়, ও তোমাদের পুত্রবধূগণ ব্যভিচার করে।

14. जब तुम्हारी बेटियां छिनाला और तुम्हारी बहुएं व्यभिचार करें, तब मैं उनको दण्ड न दूंगा; क्योंकि मनुष्य आप ही वेश्याओं के साथ एकान्त में जाते, और देवदासियों के साथी होकर यज्ञ करते हैं; और जो लोग समझ नहीं रखते, वे नाश हो जाएंगे।।

14. তোমাদের কন্যারা বেশ্যা হইলে এবং পুত্রবধূগণ ব্যভিচার করিলে আমি তাহাদের দণ্ড দিব না, কেননা লোকে আপনারাও বেশ্যাদের সহিত গুপ্ত স্থানে যায়, ও গণিকাদের সহিত যজ্ঞ করে; এই নির্ব্বোধ জাতি নিপাতিত হইবে।

15. हे इस्राएल, यद्यपि तू छिनाला करता है, तौभी यहूदा दोषी न बने। गिलगाल केा जाओ; और न बेतावेन को चढ़ जाओ; और यहोवा के जीवन की सौगन्ध कहकर शपथ न खाओ।

15. হে ইস্রায়েল, তুমি যদ্যপি ব্যভিচারী হও, তথাপি যিহূদা দণ্ডনীয় না হউক; হাঁ, তোমরা গিল্‌গলে পদার্পণ করিও না, বৈৎ-আবনে উপস্থিত হইও না, এবং ‘জীবন্ত সদাপ্রভুর দিব্য’ বলিয়া শপথ করিও না।

16. क्योंकि इस्राएल ने हठीली कलोर की नाईं हठ किया है, क्या अब यहोवा उन्हें भेड़ के बच्चे की नाईं लम्बे चौड़े मैदान में चराएगा?

16. কারণ স্বেচ্ছাচারিণী গাভীর ন্যায় ইস্রায়েল স্বেচ্ছাচারী হইয়াছে; এখন প্রশস্ত ময়দানে যেমন মেষশাবককে, তেমনি সদাপ্রভু তাহাদিগকে চরাইবেন।

17. एप्रैम मूरतों का संगी हो गया है; इसलिये उसको रहने दे।

17. ইফ্রয়িম প্রতিমাগণে আসক্ত; তাহাকে থাকিতে দেও।

18. वे जब दाखमधु पी चुकते हैं तब वेश्यागमन करने में लग जाते हैं; उनके प्रधान लोग निरादर होने से अधिक प्रीति रखते हैं।

18. তাহাদের মদ্যপান শেষ হইলে তাহারা অবিরত বেশ্যাগমন করে; তাহার ঢালেরা অপমান অতিশয় ভালবাসে।

19. आंधी उनको अपने पंखों में बान्धकर उड़ा ले जाएगी, और उनके बलिदानों के कारण उनकी आशा टूट जाएगी।।

19. বায়ু আপন পক্ষদ্বয়ে সেই জাতিকে তুলিয়াছে, তাহাতে তাহারা আপনাদের যজ্ঞের বিষয়ে লজ্জিত হইবে।



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