2. यहां शाप देने, झूठ बोलने, वध करने, चुराने, और व्यभिचार करने को छोड़ कुछ नहीं होता; वे व्यवस्था की सीमा को लांघकर कुकर्म करते हैं और खून ही खून होता रहता है।
2. There is swearing, lying, killing, stealing, and sex sins. They are always hurting others, and there is one killing after another.