15. सो जब मैं तुझ को कोप और जलजलाहट और रिसवाली घुड़कियों के साथ दण्ड दूंगा, तब तेरे चारों ओर की जातियों के साम्हने नामधराई, ठट्ठा, शिक्षा और विस्मय होगा, क्योंकि मूझ यहोवा ने यह कहा है।
15. And it hath been a reproach and a reviling, An instruction and an astonishment, To nations that [are] round about thee, In My doing in thee judgments, In anger and fury, and in furious reproofs, I, Jehovah, have spoken.