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1. गोत्रों के भाग ये हों; उत्तर सिवाने से लगा हुआ हेतलोन के मार्ग के पास से हमात की घाटी तक, और दमिश्क के सिवाने के पास के हमरेनान से उत्तर ओर हमात के पास तक एक भाग दान का हो; और उसके पूव और पश्चिमी सिवाने भी हों।
1. 'Here is the list of the tribes of Israel and the territory each is to receive. The territory of Dan is in the extreme north. Its boundary line follows the Hethlon road to Lebo-hamath and then runs on to Hazar-enan on the border of Damascus, with Hamath to the north. Dan's territory extends all the way across the land of Israel from east to west.
2. दान के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक आशेर का एक भाग हो।
2. 'Asher's territory lies south of Dan's and also extends from east to west.
3. आशेर के सिवाने से लगा हुआ, पूर्व से पश्चिम तक नप्ताली का एक भाग हो।
3. Naphtali's land lies south of Asher's, also extending from east to west.
4. तप्ताली के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक मनश्शे का एक भाग।
4. Then comes Manasseh south of Naphtali, and its territory also extends from east to west.
5. मनश्शे के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पच्छिम तक एप्रैम का एक भाग हो।
5. South of Manasseh is Ephraim,
6. एप्रैम के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पच्छिम तक रूबेन का एक भाग हो।
6. and then Reuben,
7. और रूबेन के सिवाने से लगा हुआ, पूर्व से पच्छिम तक यहूदा का एक भाग हो।
7. and then Judah, all of whose boundaries extend from east to west.
8. यहूदा के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पच्छिम तक वह अर्पण किया हुआ भाग हो, जिसे तुम्हें अर्पण करना होगा, वह पच्चीस हजार बांस चौड़ा और पूर्व से पच्छिम तक किसी एक गोत्रा के भाग के तुल्य लम्बा हो, और उसके बीच में पवित्रास्थान हो।
8. 'South of Judah is the land set aside for a special purpose. It will be 8-1/3 miles wide and will extend as far east and west as the tribal territories, with the Temple at the center.
9. जो भाग तुम्हें यहोवा को अर्पण करना होगा, उसकी लम्बाई पच्चास हजार बांस और चौड़ाई दस हजार बांस की हो।
9. 'The area set aside for the LORD's Temple will be 8-1/3 miles long and 6-2/3 miles wide.
10. यह अर्पण किया हुआ पवित्रा भाग याजकों को मिले; वह उत्तर ओर पच्चीस हजार बांस लम्बा, पच्छिम ओर दस हजार बांस चौड़ा, पूर्व ओर दस हजार बांस चौड़ा और दक्खिन ओर पच्चीस हजार बांस लम्बा हो; और उसके बीचोबीच यहोवा का पवित्रास्थान हो।
10. For the priests there will be a strip of land measuring 8-1/3 miles long by 3-1/3 miles wide, with the LORD's Temple at the center.
11. यह विशेष पवित्रा भाग सादोक की सन्तान के उन याजकों का हो जो मेरी आज्ञाओं को पालते रहे, और इस्राएलियों के भटक जाने के समय लेवियों की नाई न भटके थे।
11. This area is set aside for the ordained priests, the descendants of Zadok who served me faithfully and did not go astray with the people of Israel and the rest of the Levites.
12. सो देश के अर्पण किए हुए भाग में से यह उनके लिये अर्पण किया हुआ भाग, अर्थात््परमपवित्रा देश ठहरे; और लेवियों के सिवाने से लगा रहे।
12. It will be their special portion when the land is distributed, the most sacred land of all. Next to the priests' territory will lie the land where the other Levites will live.
13. और याजकों के सिवाने से लगा हुआ लेवियों का भाग हो, वह पच्चीस हजार बांस लम्बा और दस हजार बांस चौड़ा हो। सारी लम्बाई पच्चीस हजार बांस की और चोड़ाई दस हजार बांस की हो।
13. 'The land allotted to the Levites will be the same size and shape as that belonging to the priests-- 8-1/3 miles long and 3-1/3 miles wide. Together these portions of land will measure 8-1/3 miles long by 6-2/3 miles wide.
14. वे उस में से न तो कुछ बेजें, न दूसरी भूमि से बदलें; और न भूमि की पहिली उपज और किसी को दी जाए। क्योंकि वह यहोवा के लिये पवित्रा है।
14. None of this special land may ever be sold or traded or used by others, for it belongs to the LORD; it is set apart as holy.
15. और चौड़ाई के पच्चीस हजार बांस के साम्हने जो पांच हजार बचा रहेगा, वह नगर और बस्ती और चराई के लिये साधारण भाग हो; और नगर उसके बीच में हो।
15. 'An additional strip of land 8-1/3 miles long by 1-2/3 miles wide, south of the sacred Temple area, will be allotted for public use-- homes, pasturelands, and common lands, with a city at the center.
16. ओर नगर की यह माप हो, अर्थात् उत्तर, दक्खिन, पूर्व और पच्छिम ओर साढ़े चार चार हजार हाथ।प्रकाशितवाक्य 21:16-17
16. The city will measure 1-1/2 miles on each side-- north, south, east, and west.
17. और नगर के पास उत्तर, दक्खिन, पूर्व, पच्छिम, चराइयां हों जो अढ़ाई अढ़ाई सौ बांस चौड़ी हों।प्रकाशितवाक्य 21:16-17
17. Open lands will surround the city for 150 yards in every direction.
19. और इस्राएल के सारे गोत्रों में से जो तगर में परिश्रम करें, वे उसकी खेती किया करें।
19. Those who come from the various tribes to work in the city may farm it.
20. सारा अर्पण किया हुआ भाग पच्चीस हजार बांस लम्बा और पच्चीस हजार बांस चौड़ा हो; तुम्हें चौकोना पवित्रा भाग अर्पण करना होगा जिस में नगर की विशेष भूमि हो।
20. This entire area-- including the sacred lands and the city-- is a square that measures 8-1/3 miles on each side.
21. और जो भाग रह जाए, वह प्रधान को मिले। पवित्रा अर्पण किए हुए भाग की, और नगर की विशेष भूमि की दोनों ओर अर्थात् उनकी पूर्व और पच्छिम अलंगों के पच्चीस पच्चीस हजार बांस की चौड़ाई के पास, जो ओर गोत्रों के भागों के पास रहे, वह प्रधान को मिले। और अर्पण किया हुआ पवित्रा भाग और भवन का पवित्रास्थान उनके बीच में हो।
21. 'The areas that remain, to the east and to the west of the sacred lands and the city, will belong to the prince. Each of these areas will be 8-1/3 miles wide, extending in opposite directions to the eastern and western borders of Israel, with the sacred lands and the sanctuary of the Temple in the center.
22. जो प्रधान का भाग होगा, वह लेवियों के बीच और नगरों की विशेष भूमि हो। प्रधान का भाग यहूदा और बिन्यामीन के सिवाने के बीच में हो।
22. So the prince's land will include everything between the territories allotted to Judah and Benjamin, except for the areas set aside for the sacred lands and the city.
23. अन्य गोत्रों के भाग इस प्रकार होंे पूर्व से पच्छिम तक बिन्यामीन का एक भाग हो।
23. 'These are the territories allotted to the rest of the tribes. Benjamin's territory lies just south of the prince's lands, and it extends across the entire land of Israel from east to west.
24. बिन्यामीन के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पच्छिम तक शिमोन का एक भाग।
24. South of Benjamin's territory lies that of Simeon, also extending across the land from east to west.
25. शिमोन के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पच्छिम तक इस्साकार का एक भाग।
25. Next is the territory of Issachar with the same eastern and western boundaries.
26. इस्साकार के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पच्छिम तक जबूलून का एक भाग।
26. 'Then comes the territory of Zebulun, which also extends across the land from east to west.
27. जबूलून के सिवाने से लगा हुआ पूर्व से पच्छिम तक गाद का एक भाग।
27. The territory of Gad is just south of Zebulun with the same borders to the east and west.
28. और गाद के सिवाने के पास दक्खिन ओर का सिवाना तामार से लेकर कादेश के मरीबोत नाम सोते तक, और मिस्र के नाले ओर महासागर तक पहुंचे।
28. The southern border of Gad runs from Tamar to the waters of Meribah at Kadesh and then follows the Brook of Egypt to the Mediterranean.
29. जो देश तुम्हें इस्राएल के गोत्रों को बांटना होगा वह यही है, और उनके भाग भी ये ही हैं, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
29. 'These are the allotments that will be set aside for each tribe's exclusive possession. I, the Sovereign LORD, have spoken!
30. तगर के निकास ये हों, अर्थात् उत्तर की अलंग जिसकी लम्बाई साढ़े चार हजार बांस की हो।
30. 'These will be the exits to the city: On the north wall, which is 1-1/2 miles long,
31. उस में तीन फाटक हों, अर्थात् एक रूबेन का फाटक, एक यहूदा का फाटक, और एक लेवी का फाटक हो; क्योंकि नगर के फाटकों के नाम इस्राएल के गोत्रों के नामों पर रखने होंगे।प्रकाशितवाक्य 21:12-13
31. there will be three gates, each one named after a tribe of Israel. The first will be named for Reuben, the second for Judah, and the third for Levi.
32. और पूरब की अलंग साढ़े चार हजार बांस लम्बी जो, और उस में तीन फाटक हों; अर्थात् एक यूसुफ का फाटक, एक बिन्यामीन का फाटक, और एक दान का फाटक हो।
32. On the east wall, also 1-1/2 miles long, the gates will be named for Joseph, Benjamin, and Dan.
33. और दक्खिन की अलंग साढ़े चार हजार बांस लम्बी हो, और उस में तीन फाटक हों; अर्थात् एक शिमोन का फाटक, एक इस्साकार का फाटक, और एक जबूलून का फाटक हो।
33. The south wall, also 1-1/2 miles long, will have gates named for Simeon, Issachar, and Zebulun.
34. और पश्चिम की अलंग साढ़े चार हजार बांस लम्बी हो, और उस में तीन फाटक हों; अर्थत् एक गाद का फाटक, एक आशेर का फाटक और नप्ताली का फाटक हो।
34. And on the west wall, also 1-1/2 miles long, the gates will be named for Gad, Asher, and Naphtali.
35. तगर की चारों अलंगों का घेरा अठारह हजार बांस का हो, और उस दिन से आगे को नगर का नाम 'यहोवा शाम्मा' रहेगा।प्रकाशितवाक्य 3:12
35. 'The distance around the entire city will be 6 miles. And from that day the name of the city will be 'The LORD Is There.' '