9. जब साधारण लोग नियत समयों में यहोवा के साम्हने दण्डवत् करने आएं, तब जो उत्तरी फाटक से होकर दण्डवत् करने को भीतर आए, वह दक्खिनी फाटक से होकर निकले, और जो दक्खिनी फाटक से होकर भीतर आए, वह उत्तरी फाटक से होकर निकले, अर्थात् जो जिस फाटक से भीतर आया हो, वह उसी फाटक से न लौटे, अपने साम्हने ही निकल जाए।
9. But when the people of the land shall come before the Lord at the appointed solemn feasts, he who enters the north gate to worship shall go out by the south gate, and he who enters by the south gate shall go out by the north gate; he shall not return by the gate by which he came in but shall go out by the opposite gate [straight ahead]. [Phil. 3:13.]